पुरुषोत्तम मास में विशेष फलदायी है शिव-आराधना | विशेष पूजा, पाठ एवं अनुष्ठान
पुरुषोत्तम मास में विशेष फलदायी है शिव-आराधना | विशेष पूजा, पाठ एवं अनुष्ठान
यह पुरुषोत्तम (अधिक) मास बिना सूर्य संक्रान्ति का महीना होने से निन्दनीय माना जाने पर भगवान नारायण के पास अपना कष्ट सुनाने और समाज में सम्मान पाने की मांग करने गया तो दयालु करुणामय नारायण ने उस पर कृपा करते हुए उसे अपना ‘पुरुषोत्तम’ नाम देकर अपना लिया। उसे वरदान भी दिया कि धरती पर जो मनुष्य तुम्हारे समय में पूजा, अनुष्ठान, जप-तप, दान, धर्म तथा नियम करेगा उसे मैं स्वीकार करके उस पूजा पाठ का अक्षुण्ण फल प्रदान करूँगा। उसे बैकुण्ठ का सुख प्रदान करूँगा। लेकिन जो लोग बुरा कर्म करेंगे उन्हें घोर संताप देने वाला नरक प्राप्त होगा। अब तुम्हें दुखी होने की आवश्यकता नहीं है। जिसे मैं अपना बना लेता हूँ उसका सम्मान करने वाला भी मुझे अति प्रिय होता है। जो लोग इस पूरे माह में कुछ भी पुण्य करेंगे उनके किञ्चित् मात्र शुभ कर्म का कई गुना शुभ फल मैं प्रदान करूँगा। दान, गौसेवा-गौदान, गुरुसेवा, पुराणों की कथा का वाचन और श्रवण, वेदपाठ, रुद्राभिषेक, महामृत्युञ्जय जाप, पंचाक्षर जाप, पार्थिव पूजा, विष्णु सहस्रनाम, शिव सहसनाम पाठ, श्री सूक्त पाठ, लक्ष्मी उपासना रामकथा, नाम संकीर्तन आदि धार्मिक कार्यों से मनुष्य को धन-धान्य, पुत्र, पौत्र, व्यवहार, व्यापार, मन-बुद्धि, स्वास्थ्य, सद्गुरु कृपा तथा आत्मा का सुख प्राप्त होता है। ध्यान रखें कि इस महीने ( पुरुषोत्तम ) में धर्म-कर्म के अतिरिक्त विवाह, यज्ञोपवीत, गृह निर्माण आदि नवीन कार्य नहीं करना चाहिए।
विश्व विश्रुत परम पूज्य सद्गुरुदेव श्री सुधांशुजी महाराज (संस्थापक विश्व जागृति मिशन) जी ने आप सभी भक्तों के कल्याणार्थ आनन्दधाम आश्रम में ( युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र) के माध्यम से ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनो ही प्रकार से समस्त पूजाओं एवं प्रवचन के आयोजनों की स्वीकृति दी है। आप सभी श्रद्धालु भक्त अपना नाम, गोत्र, पता, फोन नं० एवं मनोकामना आदि अनुष्ठान केन्द्र को भेजकर सम्मिलित हों और पुरुषोत्तम मास का पुण्य प्राप्त करें।
ध्यान रखें कि भगवान शिवजी की पूजा एवं अनुष्ठान दोनों श्रावणों में सम्पन्न होते रहेंगे। साथ ही पुरुषोत्तम मास के अनुष्ठान पुरुषोत्तम मास भर सम्पन्न किये जाऐंगे। परमपूज्य सद्गुरुदेव एवं परमपिता परमात्मा आप सभी श्रद्धालु भक्तों की मनोकामना पूर्ण करें।
मन्त्र, पाठ एवं अनुष्ठान विवरण
युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र
श्रावण (पुरुषोत्तम मास ) में शिव आराधना हेतु मुख्य व्रत-पर्व-त्यौहार एवं दिन
Watch Live – सीधा प्रसारण देखिए प्रातः 6:30 AM
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