कामधेनु की तरह मुंहमांगा वरदान देती है कामदा एकादशी
कामधेनु की तरह मुंहमांगा वरदान देती है कामदा एकादशी
19 अप्रैल, 2024 शुक्रवार को कामदा एकादशी का व्रत है। वर्ष में आने वाली 24 एकादशियों में कामदा एकादशी सम्वत्सर की प्रथम एकादशी मानी जाती है। इस एकादशी के व्रत-पूजन, यज्ञ-अनुष्ठान से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु अपने भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार ललिता नाम की पतिव्रता स्त्री ने अपने श्रापित पति को राक्षस योनि से छुटकारा दिलाने के लिये कामदा एकादशी का व्रत – पूजन किया था। इस एकादशी के व्रत-पूजन का फल जब ललिता ने अपने पति के लिये अर्पित किया तो वह राक्षस से दिव्य मानव बन गया । शास्त्रोक्त मत है कि कामदा एकादशी के व्रत-पूजन से सभी प्रकार के पाप-संताप, संकटों से मुक्ति तो मिलती ही है भगवान विष्णु की कृपा से सर्वकार्य सिद्धि और मनोकामना पूर्ति का वरदान भी मिल जाता है।
मनोकामना पूर्ण करने वाले इस महान व्रत के पुण्यमय अवसर पर शालग्राम भगवान का पूजन, पुरुष सूक्त – श्रीसूक्त पाठ, द्वादशाक्षर मन्त्र जाप, विष्णु सहस्रनाम पाठ इत्यादि का पाठ-जप स्वयं करने व सुयोग्य ब्राह्मणों से करवाने तथा अन्नदान, गौदान, गौग्रास आदि देने से महापुण्य फल प्राप्त होता है।
मनोकामना पूर्ण करने वाली कामदा एकादशी का महान पुण्यप्रद व्रत 19 अप्रैल, 2024 शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भगवान लक्ष्मीनारायण की कृपा प्राप्ति और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिये सद्गुरु श्रीसुधांशुजी महाराज की कृपा से “युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र” द्वारा आनन्दधाम आश्रम, नई दिल्ली विविध पाठ – पूजा, मन्त्र जाप किए जाएंगे। जिनमें आप ऑनलाइन यजमान बनकर भगवान विष्णु की कृपा से मनोकामना पूर्ति का वरदान पाएं।
मन्त्र, पाठ एवं अनुष्ठान विवरण
युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र