चैत्र पूर्णिमा के पूजन से हनुमत्कृपा प्राप्ति
चैत्र पूर्णिमा के पूजन से हनुमत्कृपा प्राप्ति
23अप्रैल, 2024 मंगलवार को चैत्र शुक्ल पूर्णिमा है। यह पूर्णिमा संवत्सर की प्रथम पूर्णिमा है। चैत्र पूर्णिमा को ही भगवान शंकर के 11वें अवतार राम भक्त हनुमान का जन्म हुआ था, इसलिये चैत्री पूर्णिमा हनुमान जयंती के नाम से प्रसिद्ध है। मंगलवार संकट मोचन भक्त हनुमान का प्रिय दिन है। संयोग से इस वर्ष मंगलवार और पूर्णिमा का संयोग एक साथ बन रहा है जिस स े चैत्री पूर्णिमा की हनुमान जयंती का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। हनुमान जयंती के पर्व पर उनके भक्त अपने इष्ट – आराध्य की प्रसन्नता के लिये विधि-विधान से पूजा अर्चना करने के साथ व्रत भी रखते हैं। भक्तों की पूजा – प्रार्थना और श्रद्धा – निष्ठा सेरीझ कर पवन पुत्र हनुमान अपने भक्तों के जीवन के हर कष्ट का हरण कर लेते हैं। हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा, बजरंगबाण, हनुमान बाहुक, सुंदरकांड, रामचरितमानस पाठ एवं भगवान श्रीराम, भगवान विष्णु व हनुमानजी के मंत्रों का जाप, यज्ञ-अनुष्ठान विशेष फलदायी होता है।
23 अप्रैल, 2024 मंगलवार को चैत्री पूर्णिमा के पावन पर्व पर परम पूज्य श्री सुधांशुजी महाराज की कृपा से “युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र “ द्वारा आनन्दधाम आश्रम दिल्ली में अनेक प्रकार के पूजा-पाठ – मन्त्र जप-यज्ञ आदि के आयोजन आपस भी श्रद्धालुजनों के हित में सम्पन्न होंगे। जिनमें आप ऑनलाइन यजमान बन कर बनकर पुण्य लाभ प्राप्त करें।
मन्त्र, पाठ एवं अनुष्ठान विवरण
युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र