बहुला चौथ के पूजन से संतान को स्वस्थ, समृद्ध और दीर्घ जीवन | श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव
बहुला चौथ के पूजन से संतान को स्वस्थ, समृद्ध और दीर्घ जीवन
3 सितंबर, 2023 रविवार भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी को बहुला चतुर्थी व्रत है। यह तिथि भगवान गणपति, गौमाता और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्ति की तिथि है। बहुला चतुर्थी का व्रत संतान प्राप्ति, संतान की रक्षा, संतान के ऊपर आने वाले कष्ट के निवारण, संतान की दीर्घायु व सुख-समृद्धि के लिये किया जाता है।
श्रीमद्भागवत पुराण में वर्णन है कि कृष्ण जन्म के समय कामधेनु गौ ही बहुला बनकर भगवान कृष्ण को अपना दूध पिलाती थी। एक बार भगवान ने बहुला की परीक्षा लेने के लिये सिंह का रूप धारण कर बहुला को खा जाना चाहा तब बहुला ने कहा कि मेरा बछड़ा अभी भूखा है। मैं उसे दूध पिला आऊं तब आप मुझे खा लेना । गौ माता के निवेदन करने पर सिंह ने उसे छोड़ दिया। गाय अपने बछड़ते को दूध पिलाकर पुनः सिंह के पास वापस आ गई। गौमाता का अपने बछड़े के प्रति प्रेम और दिये हुये वचन को निभाने का अटूट संकल्प देखकर भगवान कृष्ण ने प्रकट होकर कहा कि आज के दिन जो भी व्यक्ति गौमाता की पूजा, गौग्रास और गौदान करेगा उसकी संतान स्वस्थ, समृद्ध, सुखी और दीर्घायु होगी।
3 सितंबर, 2023 रविवार को बहुला चतुर्थी के पुण्य अवसर पर परमपूज्य सद्गुरु श्रीसुधांशुजी महाराज के आशीर्वाद से आनन्दधाम आश्रम में युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र द्वारा पूजा-पाठ आयोजित किये जा रहे हैं। यजमान भक्त ऑनलाइन यजमान बनकर पुण्य लाभ प्राप्त करें।
मन्त्र, पाठ एवं अनुष्ठान विवरण