तनाव क्यो आता है और इसका निदान क्या है?

Why does stress come and what is its diagnosis?

 

तनाव आज के युग की सर्वाधिक समस्या

आज की भागा दौड़ी के युग मे हर व्यक्ति तनावग्रस्त नज़र आता है । तनाव इतना अधिक बढ़ गया है कि व्यक्ति की सारी जीवन व्यवस्था ही चरमरा गई – तनाव क्यो आता है और इसका निदान क्या है?

पुराने समय मे लोग एक संतोष की जिंदगी जीते थे और चैन अमन से अपना जीवन बिताते थे, न किसी को अपने को बड़ा साबित करने का जुनून था न ही दिखावा- सीधा सरल जीवन और शांत जीवन!
पर आज के युग मे हर व्यक्ति अशांत है, भौतिकता ने जीवन को खोखला कर दिया, बाहर से भले ही कोई अमीर दिखता हो या अमीर होने का नाटक करता हो पर अंदर से सबसे गरीब वही है!
मानसिक तनाव से इतना व्यक्ति टूट चुका है कि शारीरिक रूप से ज्यादा मानसिक बीमारियों का उपचार करवाता नज़र आता है। शरीर की बीमारी का इलाज फिर भी आसान है परंतु यदि मानसिक बीमार हो गया तो उसको संभालना बहुत कठिन हो जाता हूं!

इसलिए समझिए कि मानव जीवन बहुत कीमती है, एक एक दिन जीवन का आगे सरकता जाता है और जीवन समाप्ति की ओर – इसलिए अपने समय का उपयोग सही तरीके से कीजिये। शांत मन, स्थिर बुद्धि और तृप्त आत्मा — सब कुछ प्राप्त कर सकता है।बहुत आपा धापी में न जाकर संतोष का मार्ग साधे!

सबसे अधिक महत्वपूर्ण है – आध्यत्म की राह पकड़ना ओर उससे भी अधिक ध्यान में डुबकी लगाना: जो शांति और स्थिरता इस मार्ग पर चलने से मिलती है वह किसी डॉक्टर के इलाज से नही मिल सकती! अनुशासित , मर्यादित ओर प्रभु के मार्ग पर चलता हुआ व्यक्ति कभी ना निराश हो सकता है ना ही तनावग्रस्त। तनाव तो उसको भी आएगा पर मन का विश्वास कि प्रभु मेरे चारो ओर हैं, मेरी रक्षा कर रहे हैं – वह कोई न कोई मार्ग निकालेंगे ओर मैं इस कष्ट से बाहर निकल जाऊंगा – यही दृढ़ विश्वास व्यक्ति को पूरी तरह संतुलित कर देता है!

इसलिए अपने को भक्ति से जोड़ें, नियम से जोड़ें ओर अपने सदगुरु के शरणागत होकर चलें: आपका जीवन आह्लादित होगा, आनंदित होगा और अपने जीवन को सफल बना सकोगे!

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