श्रीमदभगवतगीता मानव के लिए प्राण संजीवनी। सभी ग्रन्थों का पवित्र निचोड़ है गीता
दशहरा मैदान में आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा
महाराष्ट्रवासियों ने किया विजामि प्रमुख का अनूठा अभिनन्दन
”अशरण शरण शान्ति के धाम, एक सहारा तेरा नाम”
उल्हासनगर विराट भक्ति सत्संग महोत्सव शुरू
पावन गायत्री मंत्र के समवेत स्वर उच्चारण से हुआ श्रीगणेश
उल्हासनगर, 24 जनवरी (सायं)। महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई से सटे उल्हासनगर ज़िले के विशालकाय दशहरा मैदान में पाँच दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का आज अपराह्नकाल विधिवत शुभारम्भ हुआ। विश्व जागृति मिशन के उल्हासनगर मण्डल द्वारा आयोजित सत्संग समारोह का उदघाटन मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर मण्डल के प्रधान श्री सुरेश माणिक, महामंत्री श्री गुलशन गुल्ला, श्री अनिल बदलानी, श्री मनोहर वादवा एवं श्री अनिल आहूजा सहित हजारों की संख्या में ज्ञान जिज्ञासु उपस्थित थे।
गीतोपदेश पर प्रवचन करते हुए श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भगवदगीता मानव मात्र के लिए प्राण संजीवनी है। भारतीय अध्यात्म दर्शन में गीता को सभी धर्म ग्रन्थों का निचोड़ कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। उन्होंने “अशरण शरण शान्ति के धाम-एक सहारा तेरा नाम” के समूह कीर्तन के साथ गीता सन्देश की शुरुआत की और श्रीकृष्ण, गीता, गुरु, योग, ज्ञान, धर्म, सत्य, ध्यान की शरण ग्रहण करने का आहवान सभी से किया। श्री सुधांशु जी महाराज ने सम्बन्ध और सेहत का मूल्य व महत्व सबको समझाया तथा देश-विदेश के कतिपय प्रख्यात व्यक्तियों का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने अति व्यस्त जिन्दगी जीते हुए भी अपनी सेहत एवं वैयक्तिक व सामाजिक सम्बन्धों का सर्वथा ध्यान रखा। उन्होंने उल्हासनगर के हर व्यक्ति को उत्साह एवं उल्लास से भरपूर बनने को कहा।
विश्व जागृति मिशन उल्हासनगर मण्डल के प्रधान श्री सुरेश माणिक ने बताया कि सत्संग महोत्सव 28 जनवरी के मध्यानकाल तक चलेगा। इस बीच 27 जनवरी (सोमवार) की दोपहरी में सैकड़ों स्त्री-पुरुष गुरुदेव श्री सुधांशु जी महाराज से गुरुदीक्षा ग्रहण करेंगे। उन्होंने बताया कि सत्संग समारोह में उल्हासनगर के अलावा ठाणे मण्डल व मुम्बई मण्डल के स्वजन भारी संख्या में भागीदारी कर रहे हैं।
सत्संग महोत्सव मंच का मुख्य समन्वयन व संचालन करते हुए विश्व जागृति मिशन नयी दिल्ली के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने विजामि परिवार द्वारा संचालित आध्यात्मिक एवं रचनात्मक गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि रविवार-२६ जनवरी को पूर्वाह्नकाल गणतन्त्र दिवस समारोह सत्संग स्थल पर बड़ी भव्यता व दिव्यता के साथ मनाया जाएगा। आज के उद्घाटन सत्र का समापन दिव्य आरती के साथ हुआ।