”समर्थ गुरु के विराट स्वरूप को समझ पाना सहज सम्भव नहीं होता, उसके लिए विशेष प्रयत्न करने की होती है जरूरत”
”साहिब तुम मत भूलियो लाख लोग मिल जाहिं, हम से तुमरे बहुत हैं तुम सम दुसरो नाहिं”
नागपुर, 29 दिसम्बर (प्रातः)। आज के सत्संग सत्र में प्रख्यात चिन्तक, विचारक, अध्यात्मवेत्ता आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने आंतरिक गाम्भीर्य बढ़ाने के कई आध्यात्मिक फार्मूले उपस्थित जन-समुदाय को बताए और कहा कि आत्म-साधना अर्थात जीवन साधना पर ध्यान देने वाले व्यक्ति न केवल अपना बल्कि सभी का कल्याण करने में समर्थ होते हैं, सफल होते हैं। विश्व जागृति मिशन के नागपुर मण्डल द्वारा आहूत पंचदिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव के पूर्वाहनकालीन सत्र में मिशन प्रमुख श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि मन का जीवन में बड़ा महत्व है। वह चाहे तो किसी को ऊँचा उठा दे और चाहे तो नीचे गिरा दे। इस मन पर नियंत्रण करने वाले व्यक्ति वास्तव में सौभाग्यशाली होते हैं। इस मन का इलाज गुरु किया करते हैं। उनके ज्ञान की सुगन्ध से लोगों का वैयक्तिक हित तो होता ही है, समूह-मन का भी बड़ा हित होता है। कहा कि गुरु को समझने के लिए भी बड़ी ईश कृपा की जरूरत पड़ती है। अधिकांश शिष्य गुरु के विराट स्वरूप को समझ नहीं पाते, जैसे अर्जुन ब्रह्मस्वरूप गुरु अर्थात श्रीकृष्ण को समझ नहीं पाया था। उसे समझाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण को विशेष ईश-संरक्षण अर्जुन को प्रदान करना पड़ा था।
आनन्दधाम नई दिल्ली से आये विश्व जागृति मिशन के धर्मादा अधिकारी श्री जीसी जोशी ने बताया कि संस्था द्वारा अनाथाश्रम सेवा, गुरुकुल सेवा, वृद्धाश्रम सेवा, करुणा सिन्धु धर्मार्थ अस्पताल सेवा, गौशाला सेवा, भंडारा सेवा, देव मन्दिर सेवा, यज्ञ सेवा एवं सत्संग आदि सेवायें राष्ट्रीय स्तर पर संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि सत्संग स्थल पर इन धर्मादा सेवाओं से जुड़े स्टॉल लगाकर उनसे लोगों को जोड़ा जा रहा है। युगऋषि आयुर्वेद हेल्थकेयर फ़ाउण्डेशन नई दिल्ली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री के.के.जैन ने रोज़गारोन्मुख इस योजना के बारे में जानकारी दी और बताया 150 से अधिक आयुर्वेदिक उत्पाद सिडकुल हरिद्वार में तैयार करवाकर देश भर में पहुँचाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये उत्पाद लोगों को विभिन्न बीमारियों से बचाने में भारी योगदान दे रहे हैं। युगऋषि आयुर्वेद की ई.सर्विस के प्रभारी श्री संकल्प सोलंकी ने अपने प्रभाग की बहुआयामी सेवाओं से सभी को अवगत कराया।
विश्व जागृति मिशन निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने बाताया कि नागपुर सत्संग महोत्सव में मिशन मुख्यालय नई दिल्ली के अलावा देश के अन्य कई मण्डलों के अधिकारी भी यहाँ पहुँचे, जिनमें श्री मनोज शास्त्री, श्री रवीन्द्र गांधी, श्री ललित राय, श्री राजेन्द्र भारती एवं श्री यशपाल सचदेव शामिल हैं।