आज सन्ध्याकाल होगा भक्ति सत्संग महोत्सव का समापन ।
पटियाला, 01 दिसम्बर (प्रातः)। यहाँ बस स्टैण्ड मार्ग पर स्थित हकीकत राय ग्राउण्ड में 28 नवम्बर से चल रहे विराट भक्ति सत्संग महोत्सव के अन्तिम दिवस के प्रातःकालीन सत्र में विद्यार्थियों ने अनेक प्रेरणादायी कार्यक्रम प्रस्तुत किये। दीपक आसन, अग्निसार, आन्तरिक कुम्भक तथा नौली जैसी कठिन योग क्रियायें दिखाकर आनन्दधाम नई दिल्ली स्थित महर्षि वेदव्यास गुरुकुल विद्यापीठ के मुनिकुमारों व ऋषिकुमारों ने पटियालावासियों को भीतर तक अभिभूत कर दिया। नन्हें छात्र राधा मोहन ने भजन सुनाए और इस अवसर पर विश्व जागृति मिशन के संस्थापक-संरक्षक आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि प्रसन्नता मानव जीवन की सबसे बड़ी सम्पदा है। प्रसन्न, शान्त एवं स्वस्थ जीवन ही वास्तव में सुखी जीवन है।
श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि परमात्मा ब्रह्मवेला में अंतरिक्ष में भ्रमण करती है, उस समय नींद के जाग चुके मनुष्यों पर ईशकृपा बरसती है। उन्होंने सूर्य शक्ति से स्वयं को बिना देर किए जुड़ जाने का आह्वान किया। सूर्योदय वास्तव में प्राणदाता है, उस समय हर कली खिल उठती है, प्रत्येक पुष्प मुस्करा उठता है, प्रत्येक पशु-पक्षी जाग जाता है; एक मानव ही है जो उस समय सोकर अपने भाग्य के सभी द्वारों को बन्द कर लेता है। उन्होंने ‘तन्मे नमः शिव संकल्प मस्तु’ इस मन्त्रसूक्त का उद्धरण देकर यह संकल्प लेने की प्रेरणा दी और अपनी सुबह को अच्छी एवं स्वस्थ बना लेने का आह्वान देशवासियों से किया। कहा कि समय की कीमत को जिसने समझ लिया, वही सच्चा शूरवीर है।
श्री सुधांशु जी महाराज ने विश्व के अनेक महापुरुषों, वैज्ञानिकों एवं चिन्तक-मनीषियों के उदाहरण देते हुए कहा कि सदा से ही वही लोग ऊँचे उठे और महान बने हैं, जिन्होंने समय को समय पर आदर देना सीखा है। उन्होंने विशेष रूप से भारत की नई पीढ़ी अर्थात किशोरों एवं युवाओं से अपील की कि वे प्रातःकाल समय से जागने व उठने का अभ्यास डालें। ऐसा करने पर आप जिस भी फील्ड के व्यक्ति होंगे अथवा जिस तरफ जाना या जो भी बनना चाहते हैं, उसकी विशेष तरेंगे आपकी ओर अनायास आएंगी और वे आपको मालामाल कर देंगी। श्रद्धेय महाराजश्री ने अंतर्मन की बिखरी हुई वृत्तियों को, अविचलित व बिखरे हुए मन को नियंत्रित करने की विधियाँ जनमानस को सिखलाई।
विश्व जागृति मिशन पटियाला मण्डल के प्रधान श्री अजय अलिपुरिया ने बताया कि सत्संग समारोह का समापन आज सायंकाल 6:30 बजे होगा। उन्होंने कहा कि सायंकाल का सत्र 04 बजे से 06.30 बजे रखा गया है। श्री अलिपुरिया ने बताया कि आज मध्यानकाल बड़ी संख्या में स्त्री-पुरुषों ने पूज्य गुरुदेव श्री सुधांशु जी महाराज से गुरुदीक्षा ग्रहण की। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में पूर्व से गुरुदीक्षित गुरुभाई-बहिनें भी मौजूद रहे।