आत्म साधना-जीवन साधना पर ध्यान देने वाले बनते हैं सर्वसमर्थ
”समर्थ गुरु के विराट स्वरूप को समझ पाना सहज सम्भव नहीं होता, उसके लिए विशेष प्रयत्न करने की होती है जरूरत” ”साहिब तुम मत भूलियो लाख लोग मिल जाहिं, हम से तुमरे बहुत हैं तुम सम दुसरो नाहिं” नागपुर, 29 दिसम्बर (प्रातः)। आज के सत्संग सत्र में प्रख्यात चिन्तक, विचारक,