क्या है चंद्रायण व्रत – सुधांशुजी महाराज | डॉ आर्चिका दीदी
मनाली में करे चंद्रायण व्रत मानव जीवन में पापकर्मों और कुसंस्कारों का परिशोधन आवश्यक है। प्रायश्चित इसका मार्ग है। धर्मशास्त्रों में इसके लिए कई विधि-विधानों का जिक्र मिलता है। इसमें चंद्रायण व्रत सर्वोपरि है। वस्तुतः चंद्रमा की सोलह कलाओं के साथ जप-तप व साधना, चंद्रायण व्रत है। साधक चंद्रमा की