बुद्धि और बुद्धिमानों को धर्मनिष्ठ बनाने की आज महती आवश्यकता
जयपुर में आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज बोले ”रघुनन्दन राघव राम हरे, सियाराम हरे सियाराम हरे” विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का दूसरा दिन जयपुर, 15 फरवरी (सायं)। ईश्वरनिष्ठ जीवन परमात्मा से मानव जीवन को मिला सबसे बड़ा वरदान है। धर्म प्रेरित बुद्धि व्यक्ति को सात्विक एवं सदगुणी बनाकर उसकी ताकत