
रात्रिकालीन तत्वबोध साधना एवं प्रातःकालीन आत्मबोध साधना पर दें पूरा ध्यान
पुणे के वर्धमान सांस्कृतिक केन्द्र में श्री सुधांशु जी महाराज ने किया आहवान पुणे, 24 फरवरी (प्रातः)। रात्रि में शयन के पहले आत्मचिन्तन और दिन भर की अपनी गतिविधियों एवं अच्छाईयों-त्रुटियों पर गहरी दृष्टि डालना एक ऐसी साधना है, जो व्यक्ति के जीवन में आत्म-सुधार के अनेक द्वार खोल देती