
शान्ति के बिना सुख सम्भव नहीं | सुधांशु जी महाराज
वाणी का असंयम बना था महाभारत का कारण गुरुग्राम में विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का शुभारम्भ गुरुग्राम, 04 अप्रैल। शान्ति के बिना सुख की कल्पना नहीं की जा सकती। सुख और शान्ति का जोड़ा है, दोनों को अलग नहीं रखा जा सकता। शान्ति है तो सुख है। शान्ति के लिए