ध्यान से पूर्व प्राणायाम जरूरी : डा. अर्चिका दीदी
विश्व जागृति मिशन सत्संग समिति की ओर से विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित योग-ध्यान शिविर में योगविद् डा. अर्चिका दीदी ने श्वास लेने और श्वास छोड़ने की क्रिया से प्राण हमारे शरीर में प्रवाहित होता है। उन्होंने कहा कि पतंजलि संविता शास्त्र में श्वसन को शारीरिक स्वास्थ्य का वर्धक दर्शाया है। ध्यान के साधक बैठने की मुद्रा पर अधिकार प्राप्त करने के अगले चरण में श्वसन पर ही अधिकार का अभ्यास करते हैं ।