4 मार्च तक आनन्दधाम में चलेंगे बहुआयामी कार्यक्रम
आनन्दधाम-नई दिल्ली, 02 मार्च। विश्व जागृति मिशन के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय आनन्दधाम में महाशिवरात्रि पर्व के तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आगाज आज प्रातःकाल विधिवत हुआ। देश के कोने-कोने से आये साधकों के लिए इन दिनों में शिव योग साधना, रुद्र महायज्ञ, शिवलिंग अभिषेक आदि कार्यक्रमों का आयोजन मिशन परिवार द्वारा किया गया है। प्रस्तुत कार्यक्रमों से 20 एकड़ भूभाग में फैले मिशन हेडक्वार्टर पर आदियोगी भगवान शिव के इस प्रधान पर्व पर एक अनूठे उत्सव का सा वातावरण संव्याप्त हो गया है।
इसके पूर्व साधकों को सम्बोधित करते हुए प्रख्यात चिन्तक, विचारक, अध्यात्मवेत्ता एवं विजामि के प्रमुख श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि इन साधनाओं का मुख्य उद्देश्य जीवन में प्राण शक्ति का अभिवर्द्धन करना है, क्योंकि प्राण ही हमारी जीवन शक्ति है। चूँकि प्राण-जिजीविषा का सीधा सम्बन्ध ‘श्वांस’ से होता है, अतः ध्यान एवं योग आदि की प्रत्येक क्रिया का मूल आधार ‘श्वांस’ हैं। आयु बढ़ने के साथ श्वांस-प्रश्वांस में आने वाली अनियमितता एवं विद्रूपता तथा प्राण शक्ति में आ जाने वाली कमी को इस तरह की साधनाओं के जरिये दूर किया जा सकता है। उन्होंने श्वांस-प्रश्वांस की गति को विनियमित व सन्तुलित करने हेतु प्राणायाम, अनुलोम-विलोम प्राणायाम आदि का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया और ज्ञानमुद्रा सहित विभिन्न मुद्राएँ साधक-मनों को सिखाईं। उन्होंने सकारात्मक चिन्तन औऱ सदिच्छा को इन मुद्राओं की सफलता एवं आध्यात्मिक अनुष्ठानों की सार्थकता के लिए बेहद जरूरी बताया। श्रद्धेय महाराजश्री ने नियमित दिनचर्या, खान-पान, रहन-सहन व आचार-व्यवहार के बड़े कीमती सूत्र साधकों को दिए।
इस अवसर पर मिशन की उपाध्यक्ष ध्यान गुरु डॉ. अर्चिका दीदी ने शिव साधना हेतु पधारे साधकों को अनेक जीवनोपयोगी सूत्र प्रदान किये। बताया कि 04 मार्च तक का यह समय महाकालेश्वर भगवान शिव के भक्तों के लिए बड़ा महत्वपूर्ण है। इस बीच अपने व्यक्तित्व को निखारने तथा खुद को ऊर्जावान बनाने का सुन्दर सुअवसर सभी के सामने है। उन्होंने कई क्रियाएँ व्यवहार सभी को सिखायीं।
विश्व जागृति मिशन के महामन्त्री श्री देवराज कटारिया ने बताया कि शिव पर्व पर द्वादश ज्योतिर्लिंग पूजन, 108 शंखों से शिवशक्ति का अद्भुत आह्वान, कैलाश शिखर पर हजारों दीपों से महाआरती इत्यादि के दृश्य आगंतुकों को देखने को मिलेंगे। उन्होंने बताया कि सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का अभिषेक, शिव योग साधना, 108 कुण्डीय दिव्य यज्ञशाला में रुद्र अभिषेक व यज्ञ-प्रेरणाओं आदि के दिव्य कार्यक्रम पधारे साधकों के तन-मन-जीवन को ऊँचा उठाने में सहायक होंगे।
पूर्वांहक़ालीन सत्र के उपरान्त सभी साधकों ने वायुसेना के जाबाँज विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की स्वदेश वापसी पर हर्ष व्यक्त किया और देशवासियों को बधाइयाँ दीं। शिवरात्रि पर्व के कार्यक्रमों का सभा संचालन श्री राम महेश मिश्र ने किया। इसके पूर्व आचार्य अनिल झा के मंत्रोच्चार के बीच मिशन प्रमुख का भावभरा अभिनंदन उपस्थित साधक-समुदाय द्वारा किया गया।
आनन्दधाम की यज्ञशाला हुई शिवमय और दिव्य
विश्व जागृति मिशन के हेड क्वार्टर आनन्दधाम स्थित 108 कुण्डीय विशाल यज्ञशाला आज शिवमय हो उठी। मिशन प्रमुख आचार्य सुधांशु जी महाराज एवं ध्यानगुरु डाॅ. अर्चिका दीदी सहित हजारों स्त्री-पुरुषों ने सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का वैदिक विधि-विधान से पूजन किया।
विद्वान आचार्यत्रय सतीश चन्द्र द्विवेदी, राकेश द्विवेदी एवं डाॅ. सप्तर्षि मिश्र द्वारा संचालित इस दिव्य अनुष्ठान में आचार्य राम कुमार पाठक, आचार्य अशोक झा, आचार्य शेष कुमार शर्मा, आचार्य अभिषेक तिवारी, आचार्य महेश शर्मा, आचार्य कुलदीप पाण्डेय, आचार्य मुरारी झा, आचार्य गौरव द्विवेदी, आचार्य विपिन तिवारी, आचार्य अनिल झा, आचार्य अनिल ध्यानी, आचार्य राकेश कौशिक, आचार्य अजय कान्त मिश्र, आचार्य शिवाकान्त द्विवेदी, आचार्य सर्वज्ञ शर्मा भी सम्मिलित थे। हैदराबाद से आए आचार्य सर्वज्ञ शर्मा के वेद-मंत्रोच्चारण से यज्ञशाला का माहौल बड़ा दिव्य हो उठा।
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Sarv pratham Sadgurudev Maharaj ko sadar pranam
Jivan ko saral v sukhad banane ki Gurudev Shri ki kripa Sadev varsti hai jiska saubhagy hamsab ko nirantar mil Raha jai. Hari Om