उत्कृष्टता से युक्त जीवन मानव मात्र की सबसे बड़ी सम्पदा है

प्रसिद्ध सन्त श्री सुधांशु जी महाराज नागपुर में बोले

विराट् भक्ति सत्संग महोत्सव में दिया गया स्वस्थ-वृत्त का प्रशिक्षण

भक्ति गीतों ने बनाया महावीर उद्यान को सुरम्य उद्यान

मध्यान्हकाल में ली सैकड़ों साधकों ने गुरु दीक्षा

मकर संक्रान्ति से महाशिवरात्रि तक प्रयाग कुम्भ में लगेगा विजामि का शिविर

Life with excellence is the greatest asset of human being | Sudhanshu Ji Maharajनागपुर, 30 दिसम्बर (प्रातः)। ”राम जी के नाम ने हैं पत्थर भी तारे, जो न जपे राम वो हैं किस्मत के मारे”, “मेरी जिन्दगी में क्या था तेरी कृपा से पहले, मैं बुझा हुआ दिया था तेरी कृपा से पहले” और ”सद्गुरु को तन-मन अर्पण होगा आनद ही बस आनद होगा” जैसे भक्ति गीतों ने महावीर नगर उद्यान में आज की सुबह बड़ी भक्तिमय बना दी। श्री महेश सैनी, श्री कश्मीरी लाल चुग एवं श्री राम बिहारी के गीतों ने सन्तरानगरी नागपुर के महावीर उद्यान के वातावरण को बेहद सुरम्य बना दिया। पावनता से भर गए माहौल में जब विश्व जागृति मिशन के मुखिया श्री सुधांशु जी महाराज सत्संग महोत्सव स्थल पर पहुँचे तब कई हजार ज्ञान-जिज्ञासुओं ने करतल ध्वनि के साथ उनका भावभीना अभिनन्दन किया।

इस अवसर पर सन्तश्री सुधांशु महाराज ने कहा कि उत्कृष्टता भरा जीवन मनुष्य की बहुत बड़ी सम्पदा हुआ करता है। अच्छी सोच और श्रेष्ठ कर्तव्य व्यक्ति को उत्कृष्ट बनाते हैं, उसे महान बनाते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवन में पारमार्थिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक सद्गुणों का विकास करते रहना चाहिए। उन्होंने इसके लिए आवश्यक आध्यात्मिक उपचारों की जानकारी दी तथा मन को अच्छे से प्रशिक्षित करने के तरीके सभी को समझाए। उन्होंने कुछ लोक-प्रसिद्ध साधकों का भी उल्लेख किया और उनके जीवन से सीखने की प्रेरणा उपस्थित जनमानस को दी।

आज प्रातःकाल सम्पन्न हुए ध्यान-योग के सत्र में मिशन प्रमुख ने कहा कि ध्यान एवं मंत्र जप में भाव-भावना का स्थान सर्वोपरि होता है। यह उदात्त भावनाएं व्यक्ति को बड़ा ऊँचा बना देती हैं। उन्होंने ध्यान को इन प्रवृत्तियों को उर्ध्वगामी बनाने में बहुत सहायक बताया। उन्होंने भावना और भावुकता के बीच का अन्तर सभी को समझाया और यथार्थ को जीवन में जीने को कहा। परीक्षाफल से डरकर आत्मघात वाले किशोरों और युवाओं को श्री सुधांशु जी महाराज ने अनेक जीवन मंत्र दिए और सिखलाए।

आज मध्यान्हकाल में मन्त्र दीक्षा का एक अतिरिक्त सत्र भी सम्पन्न हुआ। इस सत्र में कई सौ साधकों ने सन्त श्री सुधांशु जी महाराज से गुरु-दीक्षा ग्रहण की। भक्ति सत्संग का समापन आज संध्याकाल होगा।

नयी दिल्ली से नागपुर पधारे विश्व जागृति मिशन के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने बताया कि मकर संक्रान्ति-१४ जनवरी से महाशिवरात्रि-४ मार्च तक तीर्थराज प्रयागराज में रेलवे स्टेशन के पीछे बजरंग दल आश्रम के समीप प्लॉट नम्बर-४६ पर ‘प्रयाग कुम्भ शिविर’ का आयोजन मिशन परिवार द्वारा किया गया है। उन्होंने महाराष्ट्र के स्वजनों को प्रयागराज पधारने का आमन्त्रण दिया।

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