मूल्यवान विचारों से ही बहुमूल्य बनता है जीवन
रायपुर में विराट् भक्ति सत्संग महोत्सव शुरू
रायपुर, 08 मार्च। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज शाम विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का श्रीगणेश हो गया। विश्व जागृति मिशन के रायपुर मण्डल की ओर से आयोजित तीन दिवसीय सत्संग समारोह का उदघाटन आज अपराह्न इस विशाल आध्यात्मिक परिवार के मुखिया, प्रखर व गम्भीर अध्यात्मवेत्ता आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। दीप प्रज्ज्वलन के हृदयस्पर्शी अनुष्ठान में रायपुर मण्डल के प्रधान श्री सुनील सचदेव एवं महामन्त्री श्री जमुना दास भोपानी सहित मण्डल के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल रहे। इसके पूर्व सत्संग महोत्सव के मुख्य यजमान एवं विश्व जागृति मिशन के मण्डल उपाध्यक्ष श्री दिलीप सचदेव ने अपनी टीम के साथ श्रद्धेय महाराजश्री का अभिनंदन किया। श्री देवेन्द्र सोलंकी एवं श्रीमती हर्षा सोलंकी ने व्यास पूजन का विशिष्ट कार्य वेद-मंत्रोचार के मध्य सम्पन्न किया। सत्संग में रायपुर सहित छत्तीसगढ़ प्रान्त के अनेक जनपदों तथा मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र राज्यों से आये ज्ञान-जिज्ञासु हजारों की संख्या में उपस्थित थे।
इस अवसर पर श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि मानव जीवन बड़ा मूल्यवान है, वेशकीमती है। निज-जीवन को मूल्यवान बनाये रखने का आहवान करते हुए उन्होंने सभी से कहा कि आपका जीवन मूल्यवान तब बनता है जब मूल्यवान विचारों को जीवन में उतारा जाता है। उन्होंने छोटी-छोटी आदतों पर सम्यक् ध्यान देते हुए इनसे बनने वाले संस्कारों की ओर सभी का ध्यान खींचा और मुदिता, उपेक्षा, करुणा एवं सेवा के महत्वपूर्ण सूत्रों का ज्ञान-विज्ञान समझाते हुए उन्हें जीवन की सहज आदतों में सम्मिलित करने की सलाह दी।
मिशन प्रमुख ने घर को मन्दिर ‘गृह मन्दिर’ की संज्ञा देते हुए अपने घर की स्वच्छता एवं सुव्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की प्रेरणा दी। उन्होंने लक्ष्मी और दरिद्रता को दो विरोधाभाषी बहिनें बताते हुए कहा कि जिस घर में गन्दगी, अव्यवस्था एवं कलह-क्लेश होता है वहाँ दरिद्रता प्रवेश कर लेती है। एक दरवाजे से दरिद्रता के प्रवेश करते ही लक्ष्मी दूसरे दरवाजे से बाहर चली जाती है। इस अव्यवस्था एवं अस्त-व्यस्तता को ठीक करते ही लक्ष्मी का प्रवेश पुनः उस घर में होता है। बहिन लक्ष्मी के आते ही दरिद्रता उस घर से सरपट भाग जाती है।
विश्व जागृति मिशन के रायपुर मण्डल के प्रधान श्री सुनील सचदेव ने बताया कि वर्ष 2005-06 में स्थापित यहाँ का ब्रह्मलोक आश्रम छोटे से पौधे से विकसित होकर वृक्ष बन चुका है। यहाँ कैलास मानसरोवर की दिव्य स्थापना का कार्य आरम्भ किया जा चुका है। श्रद्धेय महाराजश्री ने शिवधाम कैलास मानसरोवर की महत्ता सभी को बताई और इस देवकार्य में भरपूर सहयोग करने का आहवान रायपुरवासियों से किया।
सत्संग महोत्सव कार्यक्रम का मंचीय समन्वयन एवं संचालन विश्व जागृति मिशन के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने किया।
जय गुरु देव…