श्रीकृष्ण कृपा पूजा एवं आराधना – भाद्रपद माह में (23 अगस्त से 4 सितम्बर 2021)
भाद्रपद माह में (23 अगस्त से 4 सितम्बर 2021 तक) आनन्दधाम आश्रम के आनन्दधाम मंदिर में ‘‘श्रीकृष्ण कृपा पूजा एवं आराधना’’ में सम्मिलित होने का सुनहरा अवसर
परमपूज्य श्री सुधांशु जी महाराज के पावन सान्निध्य एवं आशीर्वाद से आनन्दधाम आश्रम, नई दिल्ली स्थित आनन्दधाम मंदिर में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आराधना-पूजन एवं विशेष अनुष्ठान पवित्र भाद्रपद माह में भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न कर घर-परिवार में वात्सल्य प्रेम, सुख-शांति-प्रसन्नता, अच्छी योग्य संतान, शिशुरक्षा, पारिवारिक प्रेम, श्री वृद्धि, गृह कलह निवारण, कष्ट-कठिनाइयां-रोग तथा शत्रु शमन, भगवत् कृपा, गौ माता की कृपा, विश्व कल्याण एवं वैश्विक महामारी संकट निवारणार्थ एवं सभी प्रकार की मंगल मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु कोरोना के विषमकाल में घर बैठे इस श्रीकृष्ण पूजा विधान के अन्तर्गत संतान गोपाल मंत्र, गोपाल सहड्डार्चन, विष्णु सहड्ड नाम पाठ, बीजमंत्र सहित श्री कृष्ण मंत्र जप, द्वादशाक्षर मंत्र जप, नवग्रह पूजन आदि में सम्मिलित हों।
यद्यपि इस माह का प्रत्येक दिन शुभ ही माना जाता है, परन्तु उपरोक्त दिये गये पर्व एवं त्यौहारों में बहुला चतुर्थी-गौपूजन (25 अगस्त), कृष्ण जन्माष्टमी (30 अगस्त), कृष्ण छठी पूजन (04 सितम्बर) भगवान श्रीकृष्ण को पर्वोत्सव के सन्दर्भ में अतिप्रिय हैं और ये भगवान श्रीकृष्ण को ही समर्पित किये जाते हैं। तो आइये! हम इस पवित्र पूजा-पाठ एवं अनुष्ठान में भागीदार बनें।
23 अगस्त से 04 सितम्बर, 2021 तक की कृष्ण आराधना को अति विशेष रूप में 27 अगस्त से 30 अगस्त, 2021 तक जन्मोत्सव एवं 04 सितम्बर, शनिवार को भगवान की छठी (षष्ठी पूजा) के विशेष पर्व को यू-टयूब व फेसबुक पर कृष्ण आराधना में सम्मिलित भक्तों को फोटो सहित परमपूज्य सद्गुरुदेव जी की विशेष आज्ञा से लाइव (सीधा प्रसारण) किया जायेगा।
विशेष रूप से अनुष्ठान कराने वाले श्रद्धालु यजमानों के अनुष्ठान वीडियो (चलचित्र) उनके फोन पर अनुष्ठान विभाग द्वारा भेजे जायेंगे।
यद्यपि इस माह का प्रत्येक दिन शुभ ही माना जाता है, परन्तु बहुला चतुर्थी-गौपूजन (25 अगस्त), कृष्ण जन्माष्टमी (30 अगस्त), कृष्ण छठी पूजन (4 सितम्बर ) भगवान श्रीकृष्ण पर्वोत्सव के सन्दर्भ में अतिप्रिय हैं और ये भगवान श्रीकृष्ण को ही समर्पित किये जाते हैं। तो आइये! हम इस पवित्र पूजा-पाठ एवं अनुष्ठान में भागीदार बनें।
जिन भक्तों को यह पूजन करवाना है, वे अपना नाम, गोत्र, पता, मनोकामना आदि विश्व जागृति मिशन के ‘‘पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र’’ में भेजें। आश्रम के विद्वान आचार्यों द्वारा उनके नाम से संकल्प लेकर यह पूजा सम्पन्न करायी जायेगी। जिसका सम्पूर्ण फल श्रद्धालु यजमान को ही मिलेगा।