सुखी एवं आनन्दमय जीवन के लिए स्वस्थ शरीर व स्वच्छ मन ज़रूरी | 01 दिसम्बर 2018 | गाजियाबाद

सुखी एवं आनन्दमय जीवन के लिए स्वस्थ शरीर व स्वच्छ मन ज़रूरी –सुधांशु जी महाराज

गाजियाबाद, 01 दिसम्बर (पूर्वाहन)। यहां रामलीला मैदान में पिछले 3 दिनों से चल रहा विराट् भक्ति सत्संग महोत्सव स्वास्थ्य संरक्षण सेवा को समर्पित रहा। इस सत्र में बोलते हुए विश्व जागृति मिशन के कल्पनापुरुष सन्तश्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि सुखी एवं आनन्दमय जीवन के लिए स्वस्थ शरीर और स्वच्छ मन का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मन में शांति का होना अत्यन्त आवश्यक है। सुखमय जीवन का यह परम तत्व ध्यान के जरिए प्राप्त होता है। उन्होंने गहरे व सार्थक ध्यान के तरीके उपस्थित जनसामान्य को बताए। उन्होंने ध्यान की विधियां सिखाईं और यौगिक क्रियाएँ व्यावहारिक रूप में सभी को कराईं। ओंकार साधना और शिवसाधना से सभी भीतर तक भावविभोर हो उठे।

संतश्री सुधांशु जी महाराज ने जीवन में अनुशासन एवं समय की कीमत के बारे में विस्तार से लोगों को समझाया और कहा कि अनुशासित फोर्स के थोड़े से जवान लाखों की अनियंत्रित व अनुशासनहीन भीड़ को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर लेते हैं। उन्होंने महाकाल से मिले काल अर्थात् समय के हर अंश का सदुपयोग करने की प्रेरणा दी। उन्होंने सकारात्मकता को जीवन का अभिन्न अंग बनाने का आहवान जनमानस से किया।

इस अवसर पर विद्वान नाड़ी वैद्य डॉ. सुनील मुदगल ने स्वस्थ शरीर के लिए वात, पित्त और कफ के संतुलन को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि भारत की आयुर्वेद परंपरा में निष्णात् वैद्य इन तीनों की स्थिति का परीक्षण नाड़ी देखकर करते रहे हैं। कहा कि भारत के गौरवमयी अतीत में नाड़ी एक समर्थ पैथोलॉजी का काम करती रही है। डॉ. मुदगल ने सत्संग स्थल पर व्याधिग्रस्त लोगों की नाड़ी देखकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया तथा उन्हें चिकित्सा परामर्श दिया। सत्संग स्थल पर क्वांटम एनालाइजर मशीन भी लाई गई है, जिसके माध्यम से सम्पूर्ण शरीर की स्कैनिंग कुछ ही देर में सम्भव हो जाती है। यह कार्य मिशन के मुख्यालय आनन्दधाम में स्थित युगऋषि आयुर्वेद के तत्वाधान में सम्पन्न हो रहा है।

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के नांगलोई-नजफगढ़ अंचल स्थित आनंदधाम के स्वास्थ्य विभाग के जनसंपर्क अधिकारी श्री विष्णु चौहान ने बताया कि मिशन हेड क्वार्टर में तीन अस्पताल करुणा सिन्धु अस्पताल, युगऋषि आरोग्य धाम तथा द व्हाइट लोट्स हॉस्पिटल के नाम से संचालित किए जा रहे हैं। यहां प्राकृतिक चिकित्सा, योग चिकित्सा, जल चिकित्सा सहित विभिन्न आयुर्वेदिक विधाओं की चिकित्सा सहज उपलब्ध है। साथ ही एलोपैथिक चिकित्सा की भी व्यवस्था है। यहां 24 हजार से भी ज्यादा जादा निर्धनों की आंखों का निःशुल्क आपरेशन किया जा चुका है। केवल करुणासिन्धु अस्पताल में 14 लाख से ज्यादा वंचित वर्ग के नर-नारी व बच्चे स्वास्थ्य लाभ ले चुके हैं।

One thought on “सुखी एवं आनन्दमय जीवन के लिए स्वस्थ शरीर व स्वच्छ मन ज़रूरी | 01 दिसम्बर 2018 | गाजियाबाद

Leave a Reply