खुश रहना, दूसरों को खुश रखना ही जीवन है: सुधांशु महाराज
गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर परसदा ब्रह्मलोक आश्रम में सद्गुरु सुधांशु महाराज ने कहा कि खुश रहना और खुश रखना ही जीवन है। जीवन रोने या माथा पीटने के स्वागत करना चाहिए। जीवन में लिए नहीं है। दुख को सिर पर ओढ़ना नहीं चाहिए। लेकिन होता इसके विपरीत है। अधिकांश लोग मौजूदा सुख को भूलकर दुख को याद करते रहते हैं। इससे कुछ हासिल नहीं होने वाला है।