शिष्य के आध्यात्मिक जीवन का केन्द्रीय दिवस है गुरु पूर्णिमा

विगत आध्यात्मिक वर्ष की समीक्षा करके भावी समय की बनायें सुदृढ़ योजना

प्रभु के इस विश्व उद्यान को सुरम्य बनाकर दें अपनी विशिष्ट गुरुदक्षिणा

पुणे में गुरु पूर्णिमा का पूर्व समारोह शुरू

Guru Purnima Pune-27-June-19 | Sudhanshu Ji Maharajपुणे, 27 जून। आगामी माह जुलाई में गुरुपूर्णिमा के विश्वव्यापी गुरु-महोत्सव के पूर्व महाराष्ट्र के प्रमुख नगर पुणे में दो दिवसीय गुरुपूर्णिमा समारोह का आज अपराह्नकाल श्रीगणेश हुआ। विश्व जागृति मिशन के पुणे मण्डल द्वारा नेहरू स्टेडियम स्वारगेट स्थित ‘गणेश क्रीडा रंगमंच’ के प्रेक्षागृह में आयोजित गुरु महोत्सव में भारी संख्या में उपस्थित शिष्य समुदाय को मिशन प्रमुख श्रद्धेय आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने गुरुतत्व का ज्ञान-विज्ञान समझाया। उन्होंने बीते आध्यात्मिक वर्ष की गंभीरता से समीक्षा करने और भावी वर्ष की सफलता के लिए गहन चिंतन-मंथन कर सुदृढ़ योजना बनाने को कहा।

श्री सुधांशु जी महाराज ने साधकों का आध्यात्मिक मार्गदर्शन करते हुए कहा कि हर व्यक्ति आत्मिक विकास की यात्रा पर है। इस यात्रा में आगामी हर पाँच वर्ष की योजना प्रत्येक व्यक्ति को बनानी चाहिए। खेद का विषय है कि बहिरंग जीवन जीने वाले अधिकांश लोग स्वयं के लिए कभी समय नहीं निकालते। आत्मिक उत्थान के लिए खुद के लिए समय निकालना पड़ता है, क्योंकि परमात्मा आपसे मिलने के लिए आपको खाली देखना चाहता है और उसकी प्रतीक्षा करता है। श्रद्धेय महाराजश्री ने कहा कि खाली पात्र को ही भरा जा सकता है। उन्होंने भीड़-चाल और भेड़-चाल से बचने की सलाह सभी को दी और साधनों के अम्बार पर बैठे आज के मनुष्य से अपने अतीत में झांकने को कहा, जिसमें कम साधनों में भी प्रसन्नता एवं परम सन्तोष की अनुभूति होती थी। उन्होंने समय की कीमत समझने को कहा और उसे जीवन की सबसे बड़ी सम्पदा बताया। कहा कि गुरुपूर्णिमा का पर्व ऐसी ही आत्म-समीक्षाएँ करने का अवसर शिष्यों-साधकों को देता है।

मिशन प्रमुख श्री सुधांशु जी महाराज ने शाकाहार को एक शक्ति बताया और कहा कि जिस घोड़े को हार्सपावर का प्रतीक माना जाता है, वह शाकाहारी होता है। बताया कि मांसाहार से बुरी तरह पीड़ित विदेशों में शाकाहार आन्दोलन शुरू हो गए हैं। भारत को बिना देर किए चेत जाना चाहिए। उन्होंने जैसी दृष्टि-वैसी सृष्टि, जैसा अन्न-वैसा मन, जैसा पानी-वैसी वाणी, जैसा संग-वैसा रंग, जैसी व्यवस्था-वैसी अवस्था जैसे अनेक सूत्रों का विवेचन किया और अपने जीवन की दिशा और दशा सुधार लेने का आह्वान किया।

इसके पूर्व श्री सुधांशु जी महाराज ने विश्व जागृति मिशन पुणे मण्डल के प्रधान श्री घनश्याम झंवर, महामंत्री श्री जय भगवान अग्रवाल, संग़ठन सचिव श्री रवींद्र नाथ द्विवेदी एवं उपाध्यक्ष श्री गणेश कामठे के साथ दीप प्रज्वलित कर दो दिवसीय कार्यक्रमों का उदघाटन किया। कार्यक्रम स्थल पर सपत्नीक पहुँचे ब्रिगेडियर अरविन्द चौवल द्वारा व्यास पूजन किया गया।

विश्व जागृति मिशन के निदेशक श्री राम महेश मिश्र के मुख्य समन्वयन एवं संचालन में सम्पन्न आज के उदघाटन सत्र में आचार्य अनिल झा, कश्मीरी लाल चुग, राम बिहारी एवं अरविन्द अग्रवाल ने मधुर भजन गाए।श्री प्रमोद राय, रवि शंकर एवं श्री चुन्नी लाल तंवर ने वाद्य यंत्रों पर सहयोग किया। प्रधान श्री घनश्याम झंवर ने बताया कि पुणे गुरुपूर्णिमा समारोह का दूसरा व अन्तिम सत्र कल शुक्रवार को प्रातःकाल 8 बजे शुरू होगा। बताया कि कार्यक्रम में पुणे महानगर के अलावा आसपास के विभिन्न अंचलों के शिष्य साधक पुणे आये हुए हैं।

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