आत्मा की आवाज सुनने वाले प्राप्त करते हैं ऊँचा लक्ष्य
”जीवन जितना सादा रहेगा, तनाव जिन्दगी में आधा रहेगा”
”जो मुश्किल में न घबराए उसे इन्सान कहते हैं”
गुरुग्राम, 06 अप्रैल। जो व्यक्ति अपनी आत्मा की आवाज को सुनते हैं, जो विवेकपूर्वक शरीर और मन के आग्रहों पर विचार करते हैं तथा यदि यह पाते हैं कि आत्मा-अंतरात्मा वो कार्य कराने की पक्षधर नहीं है, तो उन दोनों की आवाज को नजरअंदाज कर देते हैं और आत्मा की आवाज को महत्व-तरजीह देकर भीतर के निर्देश का पालन करने को उद्यत हो जाते हैं; वे जीवन के ऊँचे लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं, नित-नूतन प्रगति की सीढ़ियां चढ़ते हैं। इसलिए हमें सदैव आत्मा की आवाज सुननी एवं उसकी बात मानना चाहिए।
यह बात आज सायंकाल हरियाणा के प्रमुख महानगर गुरुग्राम के सेक्टर-9 ए में विगत तीन दिनों से चल रहे विराट् भक्ति सत्संग महोत्सव में हरियाणा एवं एनसीआर के विभिन्न जनपदों से आये ज्ञान-जिज्ञासुओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि गुरु आत्मा की आवाज को सुनने की विधा शिष्यों को सिखाते हैं। श्री सुधांशु जी महाराज ने कतिपय समर्थ गुरुओं तथा उनके संरक्षण में उच्च-सफलता-प्राप्त शिष्यों का उल्लेख किया तथा प्रयासपूर्वक जीवन में ऊँचा उठने को कहा।
मिशन प्रमुख ने पैसे देकर बच्चों की अमीरी दिलाने वाले माता-पिताओं की अदूरदर्शिता पर चिन्ता व्यक्त की और सन्तानों को सुयोग्य बनाकर कमाकर अमीर बनने की प्रेरणा देने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चे न केवल स्वयं ऊँचा उठते हैं बल्कि उनके माता-पिता का जीवन भी धन्य हो उठता है। विभिन्न उदाहरणों से समझाते हुए उन्होंने कहा कि जंगली क्षेत्र में उगे पौधे एवं घास इत्यादि बिना किसी देखरेख के भी हरे-भरे बनते हैं। जरूरत होती है कि उसका बीज उत्कृष्ट स्तर का हो। सन्तानों को अच्छा बीज बनाने के आध्यात्मिक तरीके भी उन्होंने सबको सिखलाये।
श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि व्यक्ति हो या परिवार , व्यष्टि हो या समष्टि, सभी को सुखी बनाने के लिए ‘सदबुद्धि’ को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि देश को सही अकल देने के लिए ‘गायत्री महामन्त्र’ का सम्बल लेना आज के समय की बड़ी जरूरत है। उन्होंने नवविक्रमी संवत 2076 के शुभागमन पर उपस्थित जनसमुदाय एवं देशवासियों को नववर्ष की बधाई दी और नवरात्रि पर्व पर जीवन साधना की गहराई में उतरने को कहा तथा उसकी पद्धति समझाई।
विश्व जागृति मिशन के गुरुग्राम मण्डल प्रधान श्री नरेन्द्र पाल चंदोक ने बताया कि कल रविवार-07 अप्रैल को मध्यान्हकाल 12 बजे गुरुमन्त्र दीक्षा का कार्यक्रम सम्पन्न होगा। सत्संग समारोह का मंचीय समन्वयन-संचालन कर रहे मिशन निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर युगऋषि आयुर्वेद, धर्मादा सेवा, गौसेवा, अनाथ सेवा, वृद्धजन सेवा, स्वास्थ्य सेवा, साहित्य सेवा आदि के एक दर्जन स्टॉल विजामि अधिकारी श्री प्रयाग शास्त्री की अगुवाई में लगाये गए हैं, जिनका लाभ जनसामान्य द्वारा लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सत्संग स्थल पर ‘कैनविन कैंसर’ नामक एक विशेष स्टाल भी यहाँ सेवाएँ दे रहा है, इस स्टाल पर जहाँ कैंसर रोगियों को सुयोग्य डाक्टरों के द्वारा उचित चिकित्सकीय मार्गदर्शन किया जा रहा है, वहीं खसरा और पोलियो से बचाव की तरह कुछ विशेष दवाएँ भी दी जा रही हैं ताकि लोगों को कैंसर के प्रकोप से बचाया जा सके।