शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं मानसिक एवं बौद्धिक स्वास्थ्य भी बेहद जरूरी
सत्संग धार्मिक मनोरंजन नहीं, व्यक्ति निर्माण व परिवार निर्माण के साथ साथ समाज निर्माण यानी लोकरंजन का एक सशक्त माध्यम भी है
आरआरके स्कूल की छात्राओं ने प्यारा सा नृत्य-गान प्रस्तुत करके किया श्री सुधांशु जी महाराज का स्वागत
मुरादाबाद, 15 नवम्बर। उत्तर प्रदेश की विश्व-प्रसिद्ध पीतलनगरी मुरादाबाद के नेहरू युवा केन्द्र प्रांगण में आज सन्ध्याकाल पाँच दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का विधिवत श्रीगणेश हुआ। विश्व जागृति मिशन के मुरादाबाद मण्डल द्वारा आयोजित सत्संग समारोह का उद्घाटन मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर वहाँ भारी संख्या में मौजूद ज्ञान जिज्ञासुओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य ईश्वर द्वारा मनुष्य को प्रदत्त सबसे बड़ी नियामत है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है। उन्होंने कहा कि शारीरिक ही नहीं, मानसिक एवं बौद्धिक स्वास्थ्य भी हर व्यक्ति के लिए बेहद जरूरी है।
श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि सत्संग को धार्मिक मनोरंजन मानने की भूल कभी नहीं करनी चाहिए। वास्तविक सत्संग व्यक्ति को भीतर से बदल देता है। सत्संग व्यक्ति निर्माण एवं परिवार निर्माण का तो एक सशक्त माध्यम है ही, वह लोकरंजन का यानी समाज निर्माण का बड़ा ही महत्वपूर्ण जरिया है। उन्होंने अनेक जीवन-सिद्धान्त जनसामान्य को बताए और सफल जीवन की दिशाधारा हेतु कई उपयोगी सूत्र सिखलाए। उन्होंने क्रोध को मानव का सबसे बड़ा शत्रु बताया और उसके विविध लक्षणों पर प्रकाश डालते हुए उससे बचने के उपाय समझाए।
श्री सुधांशु जी महाराज ने श्रीमद्भागवतगीता को विश्व का अनोखा ग्रन्थ बताया और कहा कि गीता पराजय को विजय में बदलती है, व्यक्ति को समृद्धि से भरती है, उसकी निराशा दूर करती है, अधीरता को धीरता में बदलती है, कायरता को वीरता में परिवर्तित करती है, विषाद को प्रसाद में बदल देती है तथा विचारों में नवीनता लाती है। उन्होंने कहा कि गीता के बल पर खण्डित भारत अखण्ड भारत बना। उन्होंने सभी का आहवान किया कि वे खुद को भीतर से बदलें। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की और कहा कि विश्व की हर भाषा में प्रकाशित हो चुकी श्रीमदभगवदगीता की प्रति वह अपनी हर यात्रा में विदेशी शासनाध्यक्षों को अवश्य भेंट करते हैं। उन्होंने गीता को अनुपम उपहार की संज्ञा दी। श्री सुधांशु जी महाराज ने श्रीराम मन्दिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय की सराहना की और मुरादाबादवासियों को इसकी बधाई दी।
इसके पूर्व आरआरके स्कूल की वरिष्ठ शिक्षिका डॉ. जया शर्मा के नेतृत्व में आए छात्राओं के 12 सदस्यीय दल ने अद्भुत नृत्य-गान प्रस्तुत करके मिशन प्रमुख का अभिनंदन मुरादाबाद महानगर की ओर से किया। विश्व जागृति मिशन के मण्डल प्रधान श्री राकेश अग्रवाल ने सपत्नीक व्यास पूजन किया। इस मौके पर हजारों की संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।
विश्व जागृति मिशन मुख्यालय नई दिल्ली से आये संस्था के निदेशक श्री राम महेश मिश्र के मंचीय समन्वयन एवं संचालन में चले सत्संग महोत्सव में एवं मिशन के मुरादाबाद मण्डल के उपप्रधान श्री प्रवीण कुमार ने बताया कि सत्संग का समापन मंगलवार 19 नवम्बर को सन्ध्याकाल होगा। इस बीच प्रतिदिन दो सत्र सम्पन्न होंगे।