भगवान गणेश को विशेष प्रिय है दूर्वा गणपति व्रत
भगवान गणेश को विशेष प्रिय है दूर्वा गणपति व्रत
05 नवम्बर, 2024 मंगलवार को कार्तिक शुक्ल चतुर्थी है। शुक्ल पक्ष की इस चतुर्थी को दूर्वा गणपति चतुर्थी कहा जाता है। दूर्वा गणपति व्रत चतुर्थी पार्वतीनंदन गणेश जी की कृपा – प्रसन्नता प्राप्ति के लिये विशेष है।
इस चतुर्थी पर व्रत और पूजा-पाठ करने से भगवान गणपति की कृपा से समस्त कष्ट – क्लेशों व नकारात्मकता से मुक्ति और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती है। भगवान गणेश विघ्न विनायक और सिद्धि सफलता प्रदायक हैं। उनकी पूजा त्वरित फल देने वाली है। भगवान गणेश सभी देवी-देवताओं में प्रथम पूजनीय हैं। रिद्धि-सिद्धि, सुख-समृद्धि के दाता हैं। भगवान गणेश को प्रसन्न कर उनसे मनोवांछित फल प्राप्त करने का शुभ अवसर है दूर्वा गणपति चतुर्थी का व्रत पूजन।
परमपूज्य सद्गुरु श्रीसुधांशुजी महाराज के आशीर्वाद से आनन्दधाम आश्रम में युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र द्वारा 05 नवम्बर, 2024 मंगलवार को दूर्वा गणपति व्रत के पुण्य पर्व पर निम्न प्रकार की पूजा-पाठ का आयोजन किया गया है।
श्रीगणेश भगवान की कृपा – प्रसन्नता और सद्गुरुजी महाराज के आशीष से समस्त संकटों से मुक्ति और सुख-समृद्धि का वरदान पाएं। दूर्वा गणपति व्रत की ऑनलाइन पूजा सम्पन्न करवाकर सुख-समृद्धि प्राप्ति का वरदान पाने के लिये आप शीघ्रातिशीघ्र सम्पर्क करें।
मन्त्र, पाठ एवं अनुष्ठान विवरण