राष्ट्र को एकजुट करके सशक्त बनाना आज की महती आवश्यकता
थाणे-मुम्बई के सत्संग सभा में सन्तश्री सुधांशु जी महाराज ने कहा
वरदानलोक-थाणे-मुम्बई, 08 दिसम्बर (सायंकाल)। कभी बिखरे-बिखरे भारत को भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत बनाया था। गीतोपदेश देने वाले गीतानायक की भूमिका उसमें सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण थी। आज ऋषियों के इस राष्ट्र को एकजुट करने और उसे सुदृढ़ता की दिशा धारा देने की महती आवश्यकता है। विश्व जागृति मिशन ने वर्ष 2018 को ‘गीता वर्ष’ घोषित किया है। इस साल अभियान चलाकर श्रीमद्भगवद्गीता का विशेष भाष्य किया गया ग्रन्थ भारत के घर-घर में स्थापित कराया जा रहा है।
यह बात आज सायंकाल प्रख्यात चिन्तक, विचारक, अध्यात्मवेत्ता सन्तश्री सुधांशु जी महाराज ने मुम्बई-थाणे मार्ग पर काजूपाड़ा अंचल में स्थित वरदान लोक आश्रम प्रांगण में कही। विश्व जागृति मिशन के मुम्बई मण्डल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय दिव्य भक्ति सत्संग महोत्सव के दूसरे दिन यहाँ उपस्थित ज्ञान-जिज्ञासुओं को सम्बोधित कर रहे थे।
श्रद्धेय महाराजश्री ने कहा कि मानव काया में अपार शक्तियाँ एवं सम्भावनाएँ विद्यमान हैं। लेकिन, मानव शरीर में कई शक्तियाँ सुसुप्त अवस्था में सोयी रहती हैं, जिन्हें विशेष प्रयासों से जगाना पड़ता है। भारतीय अध्यात्म विज्ञान में इन शक्तियों के जागरण की कई विधियाँ बतायी गयी हैं। उन्होंने अनेक इतिहास पुरुषों के साथ-साथ वर्तमान की अनेक विशिष्ट विभूतियों का ज़िक्र किया और बताया कि किस प्रकार साधारण से दिखने वाले मानव अध्यात्म विधा का सहारा लेकर ‘महामानव’ बन गए तथा उनके माध्यम से समाज, राष्ट्र एवं विश्व का बड़ा कल्याण सम्भव हो सका। उन्होंने सभी से अपनी आन्तरिक शक्तियों को जागृत कर पूर्ण पुरुष परमात्मा के सच्चे पुत्र-पुत्रियाँ बनने का आहवान उपस्थित जनसमुदाय से किया। इस मौक़े पर सत्संग स्थल पहुँचे मिरा-भाईंदर क्षेत्र के विधायक श्री प्रताप सरनाईक सहित शिवसेना और भाजपा के नेताओं ने श्री सुधांशु जी महाराज का महाराष्ट्र की जनता की ओर से भावभीना अभिनंदन किया।
आनन्दधाम नयी दिल्ली से मुम्बई पहुँचे श्री प्रयाग शास्त्री ने बताया कि सत्संग स्थल पर लगे स्टालों से भारी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे हैं। घरों में बीमारियों का प्रवेश रोकने के लिए सेवारत युगऋषि आयुर्वेद सेवा, धर्म-संस्कृति एवं सेवा धर्म के कार्यों में वृद्धि के लिए धर्मादा सेवा, गौ-संरक्षण व गौ-संवर्धन के लिए गौशाला सेवा, निराश्रित वृद्धजनों के लिए वृद्धजन सेवा, आनन्दधाम के तीन अस्पतालों करुणासिन्धु, युगऋषि आरोग्यधाम एवं द ह्वाईट लोटस हॉस्पिटल के ज़रिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवा आदि स्टॉल इनमें सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि सद्गुरू को अपने बीच पाकर उत्साहित होकर भारी संख्या में वरदान लोक आश्रम पहुँचे हज़ारों स्त्री-पुरुष इन स्टालों पर जाकर मिशन की गतिविधियों से जुड़ रहे हैं।
इसके पूर्व भजन शृंखला चली, जिसमें ख्याति प्राप्त शास्त्रीय गायिका सुश्री सृष्टि रक्षा भण्डारी द्वारा प्रस्तुत गुरु-वन्दना एवं शिव-वन्दना के भजनों ने जनमानस को भाव-विभोर कर दिया। श्री कश्मीरी लाल चुग एवं श्री राम बिहारी ने भी भजन प्रस्तुत किए।संगीत टीम में प्रमोद राय, राहुल आनन्द एवं चुन्नी लाल तंवर भी सम्मिलित थे।