जहाँ संघर्ष है वहीं सुन्दरता, जहाँ धर्म है वहीं ईश्वर

सन्तुलन का नाम ही सौन्दर्य है, योग है

“मेरा नाथ तू है मेरा नाथ तू, नहीं मैं अकेला मेरे साथ तू”

Virat Bhakti Satsang Ludhiana-29-Mar-19 | Sudhanshu Ji Maharajलुधियाना के गर्ल्ज़ पीजी कालेज परिसर में अमृत ज्ञान वर्षा महोत्सव की झलकियाँ

लुधियाना, 29 मार्च। जहाँ संघर्ष है वहीं सुन्दरता है, जहाँ संघर्ष है वहीं सफलता है, जहाँ धर्म है वहीं विजय है, जहाँ धर्म है वहीं भगवान है। जीवन का नाम ही संघर्ष है। संघर्ष ज़िन्दगी है लड़ना उसे पड़ेगा, जो लड़ नहीं सकेगा आगे नहीं बढ़ेगा।

यह बात आज पंजाब के लुधियाना महानगर के गर्ल्ज़ पीजी कालेज प्रांगण में चल रहे चार दिवसीय अमृत ज्ञान वर्षा महोत्सव के दूसरे दिन पूर्वाह्नकालीन वेला के सत्र में आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने व्यक्त किए। वह विश्व जागृति मिशन के लुधियाना मण्डल के द्वारा आयोजित सत्संग महोत्सव में पधारे ज्ञान-जिज्ञासुओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि धर्म के पथ पर आरूढ़ व्यक्ति जीवन यात्रा में सदैव सफल होते हैं। इतिहास गवाह है कि ईश्वर ने हमेशा धर्म पर चलने वाले लोगों का साथ दिया है। उन्होंने धर्म पर चलने की सलाह सभी नर-नारियों को दी।

सत्संग लाभ लेने के लिए लुधियाना सहित पंजाब एक विभिन्न जनपदों तथा हरियाणा, उत्तराखण्ड व उत्तर प्रदेश से आए स्त्री-पुरुषों को सम्बोधित करते हुए श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि मानव अपने विचारों से ही उठता या गिरता है। उन्होंने भीतरी प्रसन्नता, सकारात्मक मानसिकता, उच्च आत्मसम्मान, आन्तरिक शान्ति, मज़बूत आध्यात्मिक सम्बन्ध आदि सात गुणों को मनुष्य की सर्वोच्च सम्पत्ति बताया और इन सद्गुणों को प्रयासपूर्वक बढ़ाने का आह्वान किया।

विजामि के लुधियाना मण्डल के महामन्त्री श्री संजीव कपूर ने बताया कि विविध आध्यात्मिक गतिविधियों के अलावा मिशन द्वारा अनाथ बच्चों की शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, आयुर्वेद सेवा, वृद्धजन सेवा एवं गोसेवा जैसे प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सत्संग का समय प्रातःकाल आठ से दस बजे तथा सायंकाल पाँच सात बजे तक निर्धारित किया गया है।

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