अंतरंग को व्यवस्थित व संतुलित बनाकर हर क्षेत्र में की जा सकती है अपेक्षित प्रगति

इन्दौर सत्संग महोत्सव में आचार्य सुधांशु जी महाराज ने कहा

ध्यान योग को समर्पित रही पूर्वाहन की कक्षा

Virat Bhakti Satsang Indore-11-Apr-2019 | Sudhanshu Ji Maharajइंदौर, 11 अप्रैल (प्रातः)। यहाँ दशहरा मैदान में कल बुधवार शाम से चल रहे विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का आज का पूर्वाहनकालीन सत्र ध्यान – योग को समर्पित रहा। इस कक्षा में उपस्थित ध्यान जिज्ञासुओं को प्रख्यात चिन्तक, विचारक एवं अध्यात्मवेत्ता आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने ध्यान की गहराइयों में उतरने और आत्म – जागरण करने के विविध आध्यात्मिक तरीके सिखलाये। ज्ञातव्य है कि विश्व जागृति मिशन के इंदौर मण्डल के तत्वावधान में इंदौर नगरी के रामलीला मैदान में पाँच दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का कार्यक्रम चल रहा है, जिस में इंदौर सहित मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से ज्ञान जिज्ञासु भाग ले रहे हैं।

ध्यान-योग सत्र में प्रवचन करते हुए श्री सुधांशु जी महाराज ने सेवा, रोजगार, व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि समस्त क्षेत्रों में सफलता के लिए ‘ध्यान’ को एक सशक्त माध्यम बताया और कहा कि भीतर वाले पक्ष को व्यवस्थित एवं संतुलित करके हम अपनी आध्यात्मिक, पारिवारिक, सामाजिक, शैक्षिक, व्यापारिक, औद्योगिक, राजनैतिक सभी स्थितियों को ताकतवर बना सकते हैं और इन क्षेत्रों में सफलता की नई-नई राहें खोल सकते हैं। उन्होंने इसके अध्यात्मपरक तकनीकी पक्षों पर प्रकाश डाला तथा अनेक जीवन मन्त्र दशहरा मैदान में हजारों की संख्या में उपस्थित स्त्री – पुरुषों को दिए।

मिशन प्रमुख ने जीवन में असली मित्रों की पहचान करने की सलाह दी। उन्होंने विज्ञापनों की चकाचौंध भरी दुनिया से बचने को कहा। पहले महंगे-महंगे वस्त्र सिलवाने और फिर भारी पैसा देकर उन्हें फड़वाकर पहनने की अप-संस्कृति को उन्होंने बहुत बड़ी कुरीति बताया। उपस्थित जनसमुदाय से उन्होंने कहा कि आप इस नई तरह की कुरीतियों से प्रयासपूर्वक बचिए और अपनी भावी पीढ़ियों को बचाइए।

उन्होंने आनन्द की खोज में तड़पती जीवात्मा का विश्लेषण किया और बताया कि आनन्द प्रदान करने वाले विशाल वृक्ष का नाम ‘परमात्मा’ है। जीवन में सारे साधन मिल जाने पर भी आनन्द-धन यानी परमेश्वर से जुड़े बिना आनन्द की इच्छा मात्र कोरी कल्पना है। मिशन प्रमुख ने कहा कि आनन्द की प्राप्ति के लिए हमें अध्यात्म की सही डगर पर चलना ही पड़ेगा।

ध्यान – सत्र में मौजूद जिज्ञासु श्रोताओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। मिशन के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने बताया कि धीमे व मधुर संगीत के वातावरण में चल रही ध्यान कक्षा में भाग लेने के लिए भारी संख्या में नवरात्रि व्रतधारी भी इन्दौर के विभिन्न अंचलों से दशहरा मैदान स्थित सत्संग सभा स्थल पर पहुंच रहे हैं।

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