आज्ञा चक्र के जागरण में ॐकार की बड़ी भूमिका

ध्यान-योग के सत्र में सिखाए स्वस्थवृत्त के सूत्र

Virat Bhakti Satsang Gurugram-07-Apr-19 | Sudhanshu Ji Maharajगुरुग्राम, 07 अप्रैल (प्रातः)। विश्व जागृति मिशन द्वारा यहाँ आयोजित चार दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव के प्रातःकालीन सत्र में ध्यानगुरु एवं विश्व जागृति मिशन की उपाध्यक्ष डॉ. अर्चिका दीदी ने उपस्थित ध्यान जिज्ञासुओं को ध्यान एवं योग की विधियाँ सिखायीं, साथ ही उनका व्यावहारिक प्रशिक्षण सभी को दिया। इस मौके पर मिशन के संस्थापक-संरक्षक आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने साधकों का प्रभावी मार्गदर्शन किया।

डॉ. अर्चिका दीदी ने ॐकार का विवेचन किया और कहा कि साधक के आज्ञा चक्र में स्पन्दन व उसके जागरण में ॐकार की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने ॐकार को ध्यान के क्षेत्र में प्रवेश का एक प्रभावशाली माध्यम बताया। नवरात्रि पर्व पर माँ के साधकों को उनने माँ के विशेष मन्त्र ‘:ॐ एें हृीं क्लीं चामुण्डायै विच्चयै’ का मर्म समझाया और उसका अभ्यास कराया। उन्होंने ध्यान-योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास व्यावहारिक रूप से भी कराया।

इस अवसर पर मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने ध्यान जिज्ञासुओं से कहा कि मानव की अपनी सीमाएँ हैं लेकिन परमात्मा असीम है। वह अनादि है, अनन्त हैं। साधना जगत का सीम-पथिक असीम-परमेश्वर का साक्षात्कार प्रयासपूर्वक करता है। उन्होंने साधना क्षेत्र की गहराईयों की चर्चा की और उनका अभ्यास उपस्थित जनसमुदाय को कराया। मनुष्य की सुनने, देखने, चलने, सोचने की सीमाओं की उन्होंने बड़े व्यावहारिक तरीक़े से चर्चा की और कहा कि मानव की तुलना व उपमा किसी से की जा सकती है, लेकिन परमपिता परमात्मा अनुपमेय है, अतुलनीय है। प्रभु की कोई उपमा नहीं की जा सकती, उनकी तुलना किसी से भी किया जाना सम्भव नहीं है।

आज मध्यान्हकाल में सत्संग स्थल पर सामूहिक मन्त्र दीक्षा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ, जिसमें सैकड़ों स्त्री-पुरुषों ने विश्व जागृति मिशन के कल्पनापुरुष एवं संरक्षक श्री सुधांशु जी महाराज से गुरुदीक्षा ग्रहण की।

गुरुग्राम विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का समापन आज सायंकाल 07 बजे होगा। विश्व जागृति मिशन के गुरुग्राम मण्डल प्रधान श्री नरेन्द्र पाल चंदोक ने बताया कि सत्संग समारोह में हरियाणा के विभिन्न जनपदों एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विविध अंचलों से आये ज्ञान-जिज्ञासु भाग ले रहे हैं।

इसके पूर्व हरियाणा कला एवं संस्कृति मण्डल के निदेशक श्री अजय सिंघल, तिरुपति से पधारे श्री तिरुपति स्वामी प्रो. आरएस त्रिपाठी, कैंसर पीड़ितों की सेवार्थ कार्यरत संस्था कैंविन के अध्यक्ष श्री बीडी गोयल सहित कई गण्यमान व्यक्तियों ने मिशन प्रमुख श्रद्धेय श्री सुधांशु जी महाराज का अभिनंदन सत्संग मंच पर किया।

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