जीवन की यात्रा शुभ से शुभ की ओर करें : सुधांशु महाराज

जीवन की यात्रा शुभ से शुभ की ओर करें : सुधांशु महाराज

विश्व जागृति मिशन के पुणे मण्डल द्वारा गुरु पूर्णिमा के पूर्व दो दिवसीय भक्ति सत्संग एवं गुरु दर्शन का आयोजन मनपा के श्री गणेश कला क्रीडा रंगमंच में आयोजन किया गया है।
जीवन की यात्रा शुभ से शुभ की ओर करें

ध्यान व योग से आती है सकारात्मक ऊर्जा – सुधांशु महाराज

ध्यान व योग से आती है सकारात्मक ऊर्जा – सुधांशु महाराज

सुंदरनगर में आयोजित विराट सत्संग के अंतिम दिन वही ज्ञान की गंगा

विश्व जागृति मिशन के संस्थापक व संत शिरोमणि सुधांशु महाराज ने कहा कि ध्यान एवं योग के माध्यम से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने परमात्मा के निकट जाने के मार्ग प्रशस्त किए। उन्होंने कहा कि गुरु का आगमन से जीवन धन्य हो जाता है और सारे कष्ट कलेश दूर होते हैं। उन्होंने भक्तों को पूजन के लिए विविध नियम और आसन भी बताए।

 

सद्गुरु ही देते हैं परमात्मा से जुड़ने की विधि : सुधांशु महाराज

सद्गुरु ही देते हैं परमात्मा से जुड़ने की विधि : सुधांशु महाराज

विश्व जागृति मिशन के सौजन्य से सुंदरनगर के जवाहर पार्क में जारी विराट भक्ति सत्संग के दूसरे दिन शुक्रवार सायं संध्याकालीन सत्र में सांसद प्रतिभा सिंह व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन सिंह ठाकुर ने संत सुधांशु जी महाराज का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर व्यास पूजन विश्व जागृति मिशन के प्रधान श्री प्यारे लाल गुप्ता व प्रदेश के पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर द्वारा संत सुधांशु जी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

 

ओम के उच्चारण से गुंजायमान हुई ऋषि शुकदेव की धरा

ओम के उच्चारण से गुंजायमान हुई ऋषि शुकदेव की धरा

ऋषि शुकदेव की धरा सुकेत में वैभव यज्ञ मंत्रोच्चारण के संग डाली गई आहुतियों के साथ जैसे ही ओम का शंखनाद हुआ, समूचा आकाश श्रद्धालुओं के ओम के उच्चारण के साथ गूंज उठा। सुंदरनगर के जवाहर पार्क में चल रहे सुधांशु महाराज के विराट सत्संग में श्रद्धालुओं ने वैभव यज्ञ में आहुति डाली।

श्रद्धालुओं के साथ सुधांशु महाराज भी दिल्ली से विशेष रूप से पहुंचे। शुक्रवार सुबह के भजन कीर्तन के बाद शुरू हुआ वैभव यज्ञ पंडाल में अंतिम पंक्ति तक उपस्थित श्रद्धालु द्वारा डाली गई आहुति के साथ संपन्न हुआ ।

ज्ञानी वही जो शीघ्र ही खुद को संतुलित एवं शांत कर ले

ज्ञानी वही जो शीघ्र ही खुद को संतुलित एवं शांत कर ले

चार दिवसीय विराट भक्ति सत्संग के पहले दिन बोले विश्व जागृति मिशन के संस्थापक संत सुधांशु जी

विश्व जागृति मिशन द्वारा सुंदरनगर के जवाहर पार्क में आयोजित चार दिवसीय विराट भक्ति सत्संग के पहले दिन संध्याकालीन सत्र में प्रवचनों की अमृतवर्षा करते हुए विश्व जागृति मिशन के संस्थापक संत सुधांशु जी ने कहा कि जीवन में उतार- चढ़ाव के बीच संतुलन बनाना ही योग है। उन्होंने कहा भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में संदेश दिया है कि जीवन की अलग-अलग परिस्थितियों में संतुलन बनाना ही योग है। उन्होंने कहा कि संतुलन बनाने वाला व्यक्ति परमात्मा से जुड़ जाता है, वह सच्चा योगी है। उन्होंने कहा कि किसी के द्वारा कही गई अप्रिय बातों का असर मन पर देर तक रहता है मगर ज्ञानी वह है जो शीघ्र ही ‘खुद को संतुलित एवं शांत कर लेता है, कड़वाहट को भूलकर आगे बढ़ने की आदत डालें और शांत रहें एवं खुद को प्यार करें, कोसें नहीं।

सुंदरनगर में 1 से 4 जून तक होगा विराट भक्ति सत्संग, सदगुरू श्री सुधांशु महाराज श्रद्धालुओं को अपने आर्शीवचनों से करेंगे निहाल…!!!

सुंदरनगर में 1 से 4 जून तक होगा विराट भक्ति सत्संग, सदगुरू श्री सुधांशु महाराज श्रद्धालुओं को अपने आर्शीवचनों से करेंगे निहाल…!!!

Bhakti Satsang Sundarnagar

 

Virat Bhakti Satsang, Sundarnagar

 

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Why do we Celebrate Guru Purnima?

 

Why do we celebrate Guru Purnima?

In the beautiful Indian tradition, the full moon day of the Ashadha period is Guru Purnima. This year, we will celebrate Guru Purnima on July 3, Monday. But why do we celebrate it?

According to the legends, Ved Vyas, the sage who penned The Mahabharat, was born on this day to Satyavati and Sage Parashar. He was a great scholar who gave the world four beautiful texts: the Rig Veda, Yajur Ved, Sam Ved, and Atharva Ved. And we offer our gratitude to Sage Ved Vyas on this day.
Folklore also says that Lord Shiva commenced the teachings of yoga to the Saptarishis on this day, and Guru Purnima is a way to revere Him.
The day, therefore, is of great importance in India as it continues to celebrate the Guru-Shishya tradition since times immemorial.
On this day, one must visit their Guru, offer obeisance, renew the pledge of discipleship and self-awakening and seek His blessings for another 365 days of holistic living filled with Divine Grace, good health and prosperity.

 

The Astrological Significance of Guru Purnima 2023

This year, the auspicious  Devotees celebrate Guru Purnima  on Monday, July 3rd. The Purnima Tithi will start  from 8:21 p.m. on July 2, 2023, till 5:08 p.m. on July 3, 2023. This specific time period has important astrological significance.

It is the full moon day in the Shukla Paksha of the Aashaadha month. During this time, the Moon stays in the house of Sagittarius, ruled by Jupiter. It also stays in the Purvashadha Nakshatra, which is ruled by Venus. This positioning of the moon has an important holistic impact on an individual’s body, especially their mind and heart.

Not only that ,Jupiter (Lord Brihaspati) is said to be the Guru of all Gods and devotees regard them as the planet of wisdom. Devotees believe  that the unique positioning of the planet, the moon and the earth works as a catalyst for a disciple seeking God-realization and salvation. Guru is also the one who eradicates darkness and spreads the light of divine wisdom not only in his disciple’s life but all around. Thus, the tradition of worshipping The Guru on this day has been given great importance in Hinduism since ancient times. Disciples and students express their gratitude towards their Gurus, God, and teachers on this day in different ways. It is also a practice to seek live Darshan of your Guru on this day.

On the other hand, people  also believe  that astrologically during this auspicious time the Gurus radiate stronger positivity and divine grace all around them that can be absorbed by the disciple who has prepared himself for this day. The positive energy from the Guru enhances the moral, physical, spiritual, and materialistic growth of the disciple. Thus, recognize the significance of this day and seek darshan of your Guru and offer your gratitude too.

 

What are some Dos and Don’ts of Guru Purnima?

Likewise, A Guru always has a special place in the life of every person. Without a Guru, no one can attain any kind of knowledge.
Therefore, we celebrate and revere our Guru on Guru Purnima and also follow certain dos and don’ts.

Dos

On this day, one should  wake up early in the morning and take a holy bath in the Ganges or with The Holy Water from The Ganges.
Visit Guru Dham and seek His blessings. If you are unable to do so then worship the idol of your Guru or their symbol at home. Meditate and chant the Guru Mantra. Donate yellow grains, yellow sweets, or yellow clothes to the needy

Don’ts

Do not get lethargic on the day. Stay away from Tamasic activities and food. Do not disrespect your Guru. Do not sit in front of your Guru in a disrespectful manner. Never deviate from or disobey the teachings of your Guru,

 

 

What are the rituals that are performed on Guru Purnima?
A Guru has the same importance in a disciple’s life as Lord Brahma, Vishnu, or Mahesh.
And the day of Guru Purnima is dedicated to being grateful to our spiritual Guru who guides us.

 

Some Guru Purnima rituals are:

• In addition , One should visit the abode of the Guru and seeking His blessings
•  Moreover ,Listening to the Guru’s wise words in Satsang
• Chanting or reciting mantras related to Lord Vishnu or Lord Shiva and worshipping them
• One must chant  the Guru mantra
•  Furthermore ,one should perform Guru Purnima worship by offering prayers at the holy feet of The Guru.
•  Equally important ,Meditating under the guidance of the Guru.
•  Likewise ,Seek forgiveness for sins committed over the past year and renew vows of discipleship for another year.
• Perform Mangal Guru Aarti.
• Take a pledge to do one act of kindness every day.

 

What is the significance of Lord Vishnu on Guru Purnima?

Well, Lord Vishnu is the Lord of sustenance. He is the source of divine grace.
On Guru Purnima, disciples, seekers, and devotees worship Lord Vishnu as well. They recite Vishnu Sahasranamam  Stotram to bring auspiciousness to life.
Devotees of  Ved Vyas regard him as an incarnation of Lord Vishnu, and  devotees celebrate Guru Purnima on his birthday, so they revere Lord Vishnu on this special day

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

धूमधाम से मनाया गया श्री सुधांशु जी महाराज का जन्मोत्सव

विश्व जागृति मिशन मंडल की ओर से संत सुधांशु महाराज का अवतरण दिवस तीन दिवसीय उल्हास पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया गया। वेसू स्थित बालाश्रम में आचार्य रामकुमार पाठक के सानिध्य में मनाए गए उल्हास पर्व के दौरान सामूहिक संकीर्तन, हनुमान चालीसा, महामृत्युंजय जाप, गुरु वंदना, पौधारोपण सहित कई कार्यक्रम हुए।

विश्व जागृति मिशन कुल्लू सदस्यों ने क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में सुधांशु महाराज के जन्मदिन के मौके पर फल और बिस्कुट वितरित किए। उनके साथ कारसेवा दल के सदस्य और मानवाधिकार सेवा संघ की प्रदेश अध्यक्ष कल्पना शर्मा भी उपस्थित रही।

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विश्व जागृति मिशन बरेली मंडल द्वारा परम पूज्य सुधांशु जी महाराज के जन्म दिवस पर आयोजित किया गया रक्तदान शिविर

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बरेली। विश्व जागृति मिशन बरेली मंडल द्वारा परम पूज्य सुधांशु जी महाराज का जन्म दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मिशन के प्रधान देवेन्द्र खंडेलवाल ने सभी गुरु भाई बहनों को महाराज जी के जन्मदिन की बधाई दी और प्रभु से गुरुवर की लंबी आयु की प्रार्थना की। इस अवसर पर महामंत्री पवन अरोड़ा ने बताया कि जन्म दिन के शुभ अवसर पर शंखनाद आश्रम पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया जा रहा है संदीप मेहरा ने बताया कि दो मई से मंगलम स्वीट्स पर एक शीतल जल सेवा का कार्य 45 दिन के लिए शुरू किया जा रहा है।

इस अवसर पर एक रक्तदान शिविर का आयोजन पवन अरोड़ा के निवास पर आई एम ए ब्लड बैंक के सहयोग से किया गया। रक्तदान शिविर में 26 द्र मोदी यूनिट गुरु भाई बहनों के द्वारा किया गया ।