महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर में बह रही है अद्भुत ज्ञान गंगा

हरि ॐ नमो नारायणाय के समूह गायन से गूँजा रेशमबाग प्रांगण

Virat Bhakti Satsang-Nagpur-26-12-2019 | Sudhanshu Ji Maharajनागपुर, 26 दिसम्बर (सायं)। विश्व जागृति मिशन के स्थानीय मण्डल के द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव के दूसरे दिन की सांध्यकालीन वेला में मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज द्वारा गाए गीत ‘हरि ॐ नमो नारायणाय’ को जब कई हजार कण्ठों ने एक साथ गाया, तब आरएसएस के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय के समीप स्थित विशालकाय रेशमबाग परिसर में चहुँओर दिव्यता का अहसास सभी ज्ञान-सुधी-श्रोताओं को हुआ।

ज्ञातव्य हो कि राष्ट्र के जाने-माने चिन्तक, विचारक, आध्यात्मवेत्ता एवं विश्व जागृति मिशन के संस्थापक-संरक्षक आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज कल बुधवार को संतरानगरी नागपुर पहुँचे थे। यहाँ रेशमबाग ग्राउण्ड में चल रहे पाँच दिवसीय भक्ति सत्संग समारोह की दूसरी सन्ध्या में उन्होंने कहा कि जो चला जाता है वह लौटकर नहीं आता। इस सच्चाई को सदैव याद रखते हुए हमें सदा आत्म-अवलोकन करना चाहिए। कहा कि निज बचपन को याद करते हुए चिन्तन करें कि एक निष्कलुष व निष्कपट देवतुल्य बच्चे ने बड़ा होते-होते कब अपने भीतर झूठ, फरेब, ईर्ष्या, कुढ़न, जलन के बीज डाल लिए थे। कब वह ईश्वर की दी हुई सर्वश्रेष्ठ योनि मानव जीवन के महत्व को भूल बैठा था और ईश्वर की इस सुन्दर सी बगिया को सजाने-संवारने की बजाय इसे नुकसान पहुंचाने में लग गये थे। कब वह परोपकार करने की बजाय दुराचार और कदाचार करने लग गया था।

श्रद्धेय महाराजश्री ने उपस्थित जनमानस को ‘जब जागे तब सवेरा’ की उक्ति याद दिलाते हुए प्रेरणा दी कि चिन्तन की इसी गहराई में आप संकल्पित हों कि बीती सभी गल्तियों को विराम देकर उनमें सुधार करेंगे तथा काल अपना पाश आप पर फेंकें, उसके पहले अपने जीवन को मानवीय मर्यादाओं के अनुशासन में व्यवस्थित कर लें। उन्होंने इस हेतु अनेक उपाय सुझाए और ढेरों जीवन मन्त्र इन्हें दिए।

नई दिल्ली स्थित विश्व जागृति मिशन हेडक्वार्टर आनन्दधाम से आये निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने उपस्थित जनसमुदाय को देवदूत (अनाथ) बच्चों की शिक्षा, गुरुकुलों एवं उपदेशक महाविद्यालय के माध्यम से देश को श्रेष्ठ धर्मोपदेशक देने की योजना, आयुर्वेद के पुनर्जीवन हेतु युगऋषि आयुर्वेद का संचालन, देशी गोवंश का संरक्षण व संवर्धन, स्वास्थ्य सेवाओं का तीन अस्पतालों के जरिये संचालन, वृद्धजन सेवा इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी दी और देश की खेती, आयुर्वेद, शिक्षा, संस्कृति, नदियों आदि को बचाने के लिए काम करने का आहवान किया। सत्संग महोत्सव में आये ज्ञान-जिज्ञासुओं ने श्री सुधांशु जी महाराज द्वारा भाष्य किये हुए ग्रन्थ श्रीमद्भवदगीता सहित विभिन्न प्रेरक साहित्य, युगऋषि आयुर्वेद, गौसेवा उत्पाद आदि में खासी रुचि ली और वे गौसेवा, वृद्धजन सेवा, आयुर्वेद सेवा, शिक्षा, संस्कृति इत्यादि को बढ़ाने-चलाने में सहयोगी बनने के लिए संकल्पित हुए।

विश्व जागृति मिशन के नागपुर मण्डल के प्रधान श्री द्वारका प्रसाद काकानी एवं महामन्त्री श्री दिलीप मुरारका ने बताया कि सत्संग समारोह का समापन रविवार 29 दिसम्बर की सायंकाल होगा। उन्होंने बताया कि इस बीच 28 दिसम्बर को पूर्वाह्न 9 से 12 बजे तक रेशमबाग स्थित सुरेश भट्ट सभागृह में ‘गुरु मन्त्र सिद्धि साधना’ का कार्यक्रम सम्पन्न होगा।

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