अपना आपा खोकर प्रभु में लीन होकर ही परमात्मा को पाया जा सकता है
मन्त्र जप की ताकत समझायी आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने
मेयर पटियाला श्री संजीव शर्मा ‘बिट्टू’ समेत कई गण्यमानों ने सुना सत्संग
”मौत हरदम सिरहाने खड़ी, याद कर ले घड़ी दो घड़ी”
विराट भक्ति सतसंग महोत्सव का दूसरा दिन
पटियाला, 29 नवम्बर (सायं)। विश्व जागृति मिशन पटियाला मण्डल द्वारा आयोजित चार दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव के दूसरे दिवस मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने ज्ञान जिज्ञासुओं को सम्बोधित करते हुए मन्त्र-जप की ताकत समझाई। कहा कि मन्त्र का जप मनुष्य का सम्बन्ध परमात्मा से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। आत्मा और परमात्मा का यह जुड़ाव तब होता है, जब हम गहरे उतरते हैं और अपना आपा प्रभु में संविलीन कर देते हैं। उन्होंने इसे विभिन्न उदाहरणों के जरिये समझाया और कहा कि गुरुमन्त्र का जप व्यक्ति को चरम ऊँचाईयों पर प्रतिष्ठित कर देता है।
मिशन प्रमुख ने कहा कि जीवन में सुखी तभी हुआ जा सकता है जब हमारे साथ ईश्वरीय सत्ता का संरक्षण हो। उन्होंने एक माँ और उसके छोटे से बच्चे की कहानी सुनाते हुए कहा कि मेले में माँ से अलग हो जाने के बाद जिस तरह बच्चे को वे सभी चीजें बिल्कुल बेकार लगने लगती है, जिन्हें वह माँ की उंगली पकड़े दिलवा देने का बालहठ बार-बार कर रहा था। कहा कि प्रभु से दूर होने पर इस काया में बैठी आत्मा को दुनिया की वे कोई भी वस्तुएँ नहीं भातीं, जिन्हें पाने के लिए वह भाँति-भाँति के प्रयत्न किया करता था।उन्होंने एक भजन के माध्यम से विषय का प्रतिपादन किया तथा श्रोताओं को आध्यात्मिक जीवन जीते हुए पारलौकिक व लौकिक दोनों क्षेत्रों में आगे बढ़ने एवं ऊँचे उठने की प्रेरणाएँ दीं।
मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने विश्व जागृति मिशन के संगीत विभाग के कलाकार श्री चुन्नी लाल तंवर को आदरपूर्वक याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। कहा कि मुरादाबाद के पूर्ववर्ती सत्संग महोत्सव में वह हमारे साथ थे, आज पटियाला के कार्यक्रम में उनके साज पर अन्य कलाकार सहयोगी बन रहे हैं। उन्होंने श्री तंवर के असमय देहावसान पर गहरा दुःख जताया।
सांध्यक़ालीन सत्संग सत्र की शुरुआत प्रेरणादायी दिव्य भजनों से हुई। जिससे सत्संग सभागार का वातावरण बड़ा ही मधुरिम हो उठा। नई दिल्ली स्थित विश्व जागृति मिशन मुख्यालय आनन्दधाम से आये सर्वश्री कश्मीरी लाल चुग, राम बिहारी एवं सुनीता समीजा ने कई भजन प्रस्तुत किये। वाद्य यंत्रों पर जिनका साथ श्री महेश सैनी, राहुल आनन्द एवं राम निधि ने दिया। श्री सुधांशु जी महाराज के प्रवचन के पूर्व व्यास पूजन आचार्य अनिल झा द्वारा किये गए वेद मंत्रोच्चार के बीच श्री अजय गुप्ता एवं डॉ. पूनम गुप्ता ने किया।