गाजियाबाद, 15 नवम्बर। विश्व जागृति मिशन के प्रणेता आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज आज कुछ देर के लिए गाजियाबाद पहुँचे। विशाल रामलीला मैदान की अशोक वाटिका में उन्होंने उत्तर प्रदेश की इस पश्चिमी उद्योग नगरी से देशवासियों को आध्यात्मिक सन्देश दिया।
वहाँ भारी संख्या में मौजूद ज्ञान जिज्ञासुओं से उन्होंने कहा कि गलती करना मनुष्य का एक सहज स्वभाव होता है, जो लोग गलतियों से सीखते हैं और उनकी पुनरावृत्ति नहीं करते, वे महान बनते हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर की प्राप्ति तभी होती है जब भक्त उसमें खो जाता है। सद्गुरु से मिलन को जीवन की बड़ी उपलब्धि बताते हुए उन्होंने कहा कि गुरु वचनों में विश्वास तथा उन्हें जीवन में आचरित करने पर गुरु सान्निध्य का पूरा लाभ शीघ्र मिलता है। श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि कुछ ऐसे विरले लोग भी होते हैं जो अपने गुरुदेव से दूर रहकर भी उनके अत्यधिक सन्निकट होते हैं।
श्री सुधांशु जी महाराज ने अपने मार्गदर्शक सद्गुरु के शिक्षाओं का संग्रह करने वालों को समाज व देश की अमूल्य निधि बताया। उन्होंने इस संदर्भ में मीराबाई की निकटवर्ती ललिता तथा भगवान बुद्ध के शिष्य आनन्द का विशेष जिक्र किया। कहा कि अपनी गुरुसत्ता की शिक्षाओं को उन्होंने बड़ी लगन व परिश्रम से संजोया, जिसका लाभ भविष्य की अनेक पीढ़ियाँ उठा सकीं।