भीतर की स्थिरता और शान्ति मानव को देती है बड़ी ऊँचाइयाँ

प्रेरक भजनों की धुन के बीच सबने किये गुरु दर्शन

ठाणे (मुम्बई) का गुरुपूर्णिमा समारोह सम्पन्न

Guru Purnima-Thane-Jun-2019 | Sudhanshu Ji Maharajवरदान लोक आश्रम, 30 जून। विश्व जागृति मिशन, आनन्दधाम आश्रम नई दिल्ली के ठाणे-मुम्बई स्थित वरदान लोक आश्रम में बीते तीन दिनों से चल रहा गुरु पूर्णिमा समारोह आज मध्यान्हकाल विधिवत सम्पन्न हो गया। ठाणे, मुम्बई व उल्लासनगर स्थित महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों तथा गुजरात इत्यादि पड़ोसी प्रान्तों से हजारों की संख्या में आये शिष्यों-साधकों ने गुरुदर्शन, गुरु-पाद-पूजन एवं गुरु-दक्षिणा के अद्भुत कार्यक्रम में सोल्लास सहभागिता की।

गुरु भक्ति से लबालब भरे शिष्य-साधकों को सम्बोधित करते हुए विश्व जागृति मिशन के संरक्षक-अध्यक्ष आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि भीतर की स्थिरता व शान्ति मानव में बड़ी ऊंचाईयां देती है। शान्तिपाठ का वेद मन्त्र ऋषियों ने इसलिए दिया था और चाहा था कि जिस तरह शान्तिपाठ के मन्त्र में द्यौलोक, अन्तरिक्ष लोक, पृथ्वी लोक आदि के साथ-साथ इस प्रकृति के हर घटक में शान्ति की कामना की जाती है, यहाँ तक की शान्ति के भीतर भी शान्ति की कामना की जाती है, उसी प्रकार साधक को अपने अन्तःकरण सहित काया के हर आन्तरिक एवं बाह्यआंतरिक अंगों में शान्ति लाने का अभ्यास करना चाहिए। कहा कि यह अभ्यास व्यक्ति को भीतर से ताकतवर बनाता है और अनेक प्रतिफल प्रदान करता है।

समारोह का समापन मिशन प्रमुख के नागरिक अभिनंदन एवं ईश आरती के साथ हुआ।

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