आत्मोद्धार, सतत विकास और प्राप्त उपलब्धियों का सदुपयोग लोक के हित में करना सिखाती है गुरुसत्ता

”गुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः”

मधुर भजनों से सजी सत्संग सन्ध्या

रायपुर विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का दूसरा दिवस

Virat Bhakti Satsang Raipur 09 Mar 19 | Sudhanshu Ji Maharajरायपुर, 09 मार्च (सायं)। यहाँ विश्व जागृति मिशन के तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव के दूसरे दिन मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने ज्ञान-जिज्ञासुओं को सफल जीवन के सूत्र सिखाते हुए कहा कि आस्तिकता, आत्मनिष्ठा, ईश्वर विश्वास और धार्मिकता ऐसे शक्तिशाली जीवन-फार्मूले हैं, जिनसे गहराई से जोड़ लेने पर सफलता खुद ऐसे व्यक्तियों के कदम चूमने दौड़ती है। उन्होंने इन जीवन सूत्रों की विस्तार से व्याख्या की तथा उदाहरणों के साथ उनके बारे में उपस्थित जनसमुदाय को समझाया। ज्ञातव्य हो कि श्रद्धेय महाराजश्री द्वारा रायपुर में सफलता के 12 सूत्रों पर वृहद् चर्चा की जा रही है।

इस अवसर पर उपस्थित विशाल जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए मिशन प्रमुख श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि सबके जीवन में एक प्रेरक तत्व की आवश्यकता होती है, जिसके निर्देशन में व्यक्ति सधे कदमों से जीवन पथ पर अग्रसर होता है। ऐसी सत्ता को ‘गुरु’ कहा जाता है। गुरु शिष्य से तीन काम एक साथ कराते हैं। आत्मोद्धार, सतत विकास तथा इनसे प्राप्त उपलब्धियों का सही ढंग से नियोजन करके उनका लाभ जन-जन तक फैलाना। इन कार्यों को ब्रह्मा, विष्णु और महेश की शक्ति कहा जाता है। विकास की यह तीनों शक्ति-धाराएँ जहाँ एक साथ मिलती हैं, उन्हें गुरु कहा गया है। उन्होंने गुरु-महिमा को समझने, आत्मसात् करने एवं प्राप्त उपलब्धि का लाभ जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान सबसे किया।

नई दिल्ली स्थित मिशन मुख्यालय आनन्दधाम से आये गायक श्री कश्मीरी लाल चुग, श्री महेश सैनी एवं श्री राम बिहारी द्वारा गाये गए भजनों से आज की सत्संग सन्ध्या अनूठे भावों से भर उठी। श्री प्रमोद राय, श्री चुन्नी लाल तंवर एवं श्री रविशंकर ने वाद्य यंत्रों पर संगीत दल का साथ दिया। डोंगरगढ़ से आयीं प्रखर युवा भजन गायिका श्रीमती ट्विंकल खेमका के भजनों ने अद्भुत समाँ बाँधा।

विश्व जागृति मिशन के धर्मादा अधिकारी श्री गिरीश चन्द जोशी ने बताया कि इस आध्यात्मिक संस्थान द्वारा ध्यान शिविरों के जरिये व्यक्तित्व परिष्कार तथा वैचारिक गहराई लाने के प्रयत्न लगातार किए जा रहे हैं। अगला विशिष्ट ध्यान शिविर देवभूमि हिमाचल प्रदेश के मनाली में आहूत किया गया है, वहाँ व्यास नदी के तट पर स्थित विशालकाय आनन्दम् आश्रम में 18 मई से 09 जून के बीच पाँच ध्यान साधना शिविर का आयोजन किया गया है। उधर वहीं पर 18 मई से 03 जून तक 15 दिवसीय लघु चान्द्रायण तप साधना भी पंजीकृत साधकों को कराई जायेगी।

विश्व जागृति मिशन के रायपुर मण्डल के उपाध्यक्ष श्री दिलीप सचदेव ने जानकारी दी कि कल रविवार को दोपहर में सैकड़ों स्त्री-पुरुषों को सामूहिक मन्त्र दीक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रातःक़ालीन सत्र ध्यान-योग व स्वस्थ वृत्त को समर्पित होगा। कहा कि सत्संग समारोह का विदाई सत्र सायं 04 से 06 बजे तक चलेगा।

रायपुर के परसदा-कुम्हारी गाँव में संचालित विश्व जागृति मिशन के ब्रह्मलोक आश्रम में निर्माणाधीन श्री कैलाश मानसरोवर के निर्माण में यजमान बनकर सहयोग प्रदान करने वाले भामाशाहों सर्वश्री शिव कुमार देवांगन, गणेश राम देशमुख, एस.एन. ठाकुर, पुष्पा नारायण प्रसाद बघेल, कमला देवांगन, कैलाश नाथ स्वर्णकार, के.पी. साहू, सन्दीप दीक्षित, राधेश्याम बंसल, कविता सुन्दरानी, मधुलीला ठाकुर, गोपाल सोलंकी, अर्जुन विश्वकर्मा, मुरारी लाल बंसल, ईश्वर अग्रवाल एवं निरंजना अग्रवाल का सम्मान भी इस अवसर पर सत्संग आयोजन समिति ने किया। मण्डल प्रमुख श्री सुनील सचदेव ने रायपुरवासियों से इस कार्य में मिल रहे प्रेम के लिए उन्हें साधुवाद दिया।

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