प्रजापति समाज को हार्दिक साधुवाद, बहुत बहुत बधाइयाँ।
“खर्चीली शादियाँ हमें दरिद्र और बेईमान बनाती हैं” और “भगवान भास्कर सूर्यदेव के प्रकाश में हुए विवाह वैदिक और ऋषिप्रणीत होते हैं और ढेरों बुराइयों एवं असुविधाओं से मुक्त होते हैं” जैसे सन्देश ३ हज़ार से ज़्यादा मौजूद लोगों के बीच हमारे द्वारा दिए गए तथा विवाह संस्कार में प्रवेश कर गयीं बुराइयों को दूर करने का आह्वान किया गया। विश्व जागृति मिशन के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री एम एल तिवारी ने अखिल भारतीय प्रजापति महासभा के अध्यक्ष श्री राम सिंह प्रजापति और महामन्त्री श्री प्रदीप प्रजापति के सम्मिलित प्रयत्नों को सराहा और मिशन प्रमुख का सन्देश सुनाया।
समाज के पदाधिकारियों ने विवाह समारोह हेतु आश्रम परिसर उपलब्ध कराने के लिए हम मिशन प्रतिनिधियों के माध्यम से संस्था प्रमुख श्रद्धेय श्री सुधांशु जी महाराज को ससम्मान साधुवाद दिया।
विवाह कार्यक्रम में प्रजापति समाज के संरक्षक श्री श्रेय सिंह, क्षेत्रीय विधायक श्री महेन्द्र यादव, उत्तराखण्ड के राज्य मन्त्री डॉ. विनोद आर्य सहित उत्तर भारत के लगभग सात प्रान्तों से आए प्रतिनिधि तथा अधिकारी व व्यापार जगत के स्वजन मौजूद थे। सभी नवदम्पत्तियों को समाज द्वारा एक जैसे उपहार भेंट में दिए गए। नयी पीढ़ी के सदस्यों ने बड़े उत्साह के साथ आश्रम को घूम-घूमकर देखा। उन्हें मिशन के कार्यक्रमों की जानकारी दी गयी।
वसन्त पर्व पर आनन्दधाम की यज्ञशाला में आज १६ वटुकों का हुआ यज्ञोपवीत संस्कार। विद्वान आचार्य डॉ.शेष कुमार शर्मा ने बड़ी कुशलता के साथ उनका संस्कार कराया। हरदोई/दिल्ली निवासी सबसे छोटे वटुक (अमन दीक्षित) सात बरस के हैं। यहाँ पधारे बच्चों के अभिभावक बड़े प्रसन्न थे।