नागपुर में शिव महिमा के गायन से गूँजा महावीर उद्यान

नागपुर में विराट भक्ति सत्संग महोत्सव शुरू

कर्मों को कुशलतापूर्वक करना उच्च स्तर की योग साधना है

राष्ट्र को महाराष्ट्र बनाने का हुआ उदघोष

Virat bhakti Satsang Nagpur 27 Dec 2018 | Sudhanshuji Maharajनागपुर, 27 दिसम्बर (पूर्वाह्न)। कल बुधवार सायंकाल महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर में विराट् भक्ति सत्संग महोत्सव का आगाज गया। विश्व जागृति मिशन के नागपुर मंडल के तत्वावधान में आरंभ पाँच दिवसीय सत्संग महोत्सव के दूसरे दिन यहां का महावीर उद्यान शिव महिमा के समूह गायन से गूंज उठा। मिशन प्रमुख संतश्री सुधांशु जी महाराज द्वारा ॐ नमः शिवाय के भजन पर सभी ओर भोलेनाथ-महाकाल शिवशंकर की अनुगूंज प्रवाहित हो उठी।

श्रीमद्भगवद्गीता के ज्ञान-प्रसार को समर्पित सन् 2018 के अंतिम कार्यक्रम में महाराष्ट्र एवं पड़ोसी प्रांतों के विभिन्न अंचलों से आए ज्ञान-जिज्ञासुओं को सम्बोधित करते हुए महाराजश्री ने उनसे अपने जीवन का लक्ष्य तय करने को कहा। लक्ष्य विहीन जीवन को उन्होंने अंधेरी व संकरी गली में भटकाव की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि ऊंचे लक्ष्य की पूर्ति सात्विकता से होती है, यह सात्विकता सदविचारों और भक्ति से आती है।

सन्तश्री सुधांशु जी महाराज ने विशालकाय घर को एक छोटी सी ‘चाभी’ द्वारा सुरक्षित कर देने की उपमा बड़े से शरीर की सुरक्षा एवं उसके विकास के लिए ‘मन’ को काबू करने से की। उन्होंने कहा कि घर से छोटा कमरा, कमरे से छोटा दरवाजा, दरवाजे से छोटा ताला और उससे भी छोटी ताली होती है। इसी तरह मानव काया के विभिन्न अंगों में सबसे छोटा सा मन बेहद महत्वपूर्ण होता है। बताया कि जिस तरह मजबूत व अच्छा ताला और चाभी विशाल घर को सुरक्षित कर देता है, उसी तरह छोटे से लगने वाले मन को नियंत्रित कर लेने पर न केवल आपका शरीर बल्कि उसमें निवास कर रही परमात्मा का अंश ‘आत्मा’ मजबूत बनती चली जाती है।

नई दिल्ली स्थित मिशन मुख्यालय आनन्दधाम से आए धर्मादा सेवा प्रभारी श्री जी.सी.जोशी ने बताया कि अनाथाश्रम (अनाथ एवं निर्धन बच्चों के लिए शिक्षा सेवा), गुरुकुल सेवा, वृद्धाश्रम सेवा, करुणा सिन्धु धर्मार्थ अस्पताल सेवा, कामधेनु गौशाला सेवा, भंडारा सेवा, देव मन्दिर सेवा, यज्ञ-सत्संग सेवा एवं दैवीय आपदा सेवा आदि नौ धर्मादा सेवाओं तथा पूज्य महाराजश्री के ज्ञान-सन्देशों के कारण देश का जनमानस भारी संख्या में मिशन से जुड़ा और जुड़ रहा है। उन्होंने देवदूत (अनाथ) बच्चों की शिक्षा सम्बन्धी बाल विकास योजना की भी जानकारी दी। विश्व जागृति मिशन के नागपुर मण्डल के महामन्त्री एवं मुख्य यजमान श्री दिलीप मुरारका ने बताया कि सत्संग महोत्सव का समापन 30 दिसम्बर की सायंकाल होगा।

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