प्रकृति से तादात्म्य न रखने पर ही आता है बीमारियों का संकट
पेड़ों से नया होने की कला सीखें
सत्संग एक ठण्डक है जो अंतर्मन को शीतलता प्रदान करता है
वरदानलोक-थाणे-मुम्बई, 07 दिसम्बर। विश्व जागृति मिशन आनन्दधाम नयी दिल्ली द्वारा महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई के समीप स्थापित वरदान लोक आश्रम में तीन दिवसीय दिव्य भक्ति सत्संग महोत्सव का आज सायंकाल विधिवत शुभारम्भ हुआ। मिशन प्रमुख सन्तश्री सुधांशु जी महाराज ने आज थाणे जनपद के ग्रामीण अंचल में सेवारत इस आश्रम में मुम्बई, थाणे एवं उल्हासनगर जिलों के विभिन्न अंचलों से आए ज्ञान-जिज्ञासुओं से कहा कि नए ईस्वी वर्ष के आगमन के पहले ख़ुद को नया बनाने की कला सीखें, मस्तिष्क का नवीनीकरण करें और उसमें नवीन विचारों को स्थान दें। नएपन का शिक्षण पेड़ों से लेने का आहवान करते हुये उन्होंने कहा कि जीवनदाता वृक्ष लम्बे समय तक इसलिए जीवित रहते हैं, क्योंकि वे हर साल पुराने पत्ते झाड़ देते हैं। फलतः उनमें नयी कोपलें आती है और वे फिर से नए हो जाते हैं। भारी मात्रा में फूल और फल प्रदान करने में पेड़ का वह नयापन ही काम करता है।
श्रद्धेय महाराजश्री ने नए विचार, नयी सोच, नये अनुशासन को अपने जीवन का ध्येय बनाने को सभी से कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रकृति से जुड़ा रहना ज़रूरी है, प्रकृति से तादात्म्य नहीं बनाने पर ही व्यक्ति रोगों का शिकार बनता है। उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए प्रकृतिनिष्ठ जीवनशैली अपनाने का आहवान देशवासियों से किया। श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि सत्संग की महत्ता इसलिए बतायी गयी है। सत्संग वह ठण्डक है जो व्यवहार में उतार लिए जाने पर अंतःकरण को शीतलता प्रदान करता है।
विश्व जागृति मिशन के मुम्बई मण्डल के प्रधान श्री एसएस अग्रवाल ने बताया कि सत्संग महोत्सव का समापन 09 दिसम्बर की सायंकाल होगा। बताया कि रविवार को ही मध्याहनकाल में सामूहिक मन्त्र दीक्षा का कार्यक्रम भी सम्पन्न होगा। उन्होंने बताया कि
इसके पूर्व नगर निगम मिरा-भाईंदर की महापौर सुश्री डिम्पल मेहता, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (मोटर ट्रांसपोर्ट) श्री अतुल पाटिल, भाजपा की मुम्बई इकाई के महामन्त्री श्री अमरजीत मिश्र, श्री विष्णुजीत पाण्डेय, थाणे मण्डल के प्रधान श्री अनिल कुरसीजा, उल्हासनगर मण्डल के प्रधान श्री सुरेश मानिक, दादा मोहनदास मखीजा एवं नगर सेवक श्री मनोज दूबे ने श्री सुधांशु जी महाराज का वरदान लोक आश्रम में अभिनंदन किया। व्यास पूजन का कार्यक्रम श्रीमती एवं श्री चंदर गिड़वाणी की अगुवाई में सम्पन्न हुआ।
सत्संग समारोह का समस्त मंचीय समन्वयन एवं संचालन विश्व जागृति मिशन नयी दिल्ली के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने किया। उन्होंने बताया कि तीन ओर से पहाड़ियों से घिरा और ११ एकड़ भूभाग में फैला वरदान लोक आश्रम महाराष्ट्र राज्य की पर्यटन स्थलियों में शुमार किया जाने लगा है। श्री मिश्र ने आश्रम द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों की भी जानकारी दी।