आदतों को अपने ऊपर हावी न होने दें, बुद्धिमत्ता अपनाएँ
देहरादून, 30 सितम्बर। मनुष्य परमात्मा की सर्वश्रेष्ठ रचना है। ईश्वर ने उसे विवेक दिया है, शेष योनियों को वह सुविधा प्राप्त नहीं। बुद्धिमत्ता भी उसमें कूट-कूट कर भरी गयी। लेकिन जीवन में कई बार देखा जाता है कि व्यक्ति की बुद्धिमत्ता धरी की धरी रह जाती है और आदतें उस पर हावी हो जाती हैं। आदतें मनुष्य की सभी खूबियों को हराकर जीत जाती हैं। आप आदतों पर अपने ऊपर हावी मत होने देना।
यह बात देश के प्रख्यात चिन्तक, विचारक एवं अध्यात्मवेत्ता सन्त श्री सुधांशु जी महाराज ने आज प्रातःकाल परेड ग्राउंड में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कही। वह विश्व जागृति मिशन के देहरादून मण्डल द्वारा आयोजित विराट भक्ति सत्संग महोत्सव में प्रातःकालीन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आदतें धीरे-धीरे बनती हैं, जो मनुष्य का संस्कार बन जाती है। संस्कारों के अनुरूप आदमी कर्म करता है और किए गए कामों के अनुसार हमारा भाग्य बनता है। उन्होंने जीवन में नियम व अनुशासन के पालन की प्रेरणा दी और कहा कि प्रधानमंत्री सहित पूरी संसद द्वारा बनाया गया कानून आम आदमी की तरह उन सब पर भी यथावत लागू होता है। जिस तरह विधायिका द्वारा बनाए कानूनों का पालन करने वाला व्यक्ति ‘अच्छा नागरिक’ कहा जाता है, उसी प्रकार ईश्वरीय नियमों का पालन करने वाले ही सच्चे अर्थों में ‘धार्मिक’ कहे जा सकते हैं। उन्होंने सच्चा आध्यात्मिक व्यक्ति बनने का आह्वान सभी से किया।
आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने ध्यान-योग की कक्षा में पधारे हजारों जिज्ञासुओं को कई व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिए और उन्हें दैनिक जीवन में उतारने का सुझाव दिया। उन्होंने साधना और भक्ति द्वारा पूर्व संचित कुसंस्कारों को गलाने की विधि सिखलाई। दिव्य संगीत से सजे साधना सत्र में भाग लेकर वहाँ मौजूद जनमानस भावविभोर हो उठा। कुछ ध्यान जिज्ञासुओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ध्यान-योग की आज की कक्षा में अपूर्व शक्ति व आनन्द की अनुभूति उन्हें हुई।
देहरादून सत्संग महोत्सव के मुख्य संयोजक श्री मनोज शास्त्री ने बताया कि मिशन मुख्यालय आनन्दधाम नई दिल्ली स्थित व्हाइट लोट्स हॉस्पिटल के तत्वावधान में सत्संग स्थल पर आयोजित ‘विशेष स्वास्थ्य शिविर’ में सैकड़ों स्त्री-पुरुषों ने अपने शरीर का परीक्षण क्वांटम एनाइजर मशीन से कराकर नाड़ी विशेषज्ञों का मार्गदर्शन परेड ग्राउंड में प्राप्त किया है। उल्लेखनीय है कि डॉ. एस एन दहिया एवं डॉ. सुनील मुदगल के द्वारा अनथक सेवाएँ इस शिविर में दी गईं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्डवासी आनन्दधाम पहुंचकर वाइट लोट्स अस्पताल की सेवाओं का लाभ प्राप्त सकते हैं।