विश्व जागृति मिशन के उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड की आनन्दधाम में संगोष्ठी शुरू

मिशन प्रतिनिधियों में उभरे अभिनव संकल्प

रविवार मध्याह्नकाल में होगा संगोष्ठी का सम्पन्न

VJM-Uttarkhand-u.p.-Sudhanshuji Maharajआनन्दधाम, नयी दिल्ली, ०१ सितम्बर। विश्व जागृति मिशन के उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों में सेवारत लोकसेवी कार्यकर्ताओं की दो दिवसीय संगोष्ठी आज अपराहनकाल शुरू हुई। उपस्थित मिशन प्रतिनिधियों को संस्था प्रमुख श्रद्धेय आचार्य सुधांशु जी महाराज ने सम्बोधित किया। मिशन के महामन्त्री श्री देवराज कटारिया ने भी मिशन विस्तार के विभिन्न सूत्रों पर क्षेत्रीय अधिकारियों से चर्चा की।

मिशन प्रमुख सन्तश्री सुधांशु जी महाराज ने इस अवसर पर कहा कि विश्व जागृति मिशन कोई पंथ-सम्प्रदाय नहीं, बल्कि सत्य सनातन संस्कृति का प्रहरी एक विशालकाय आध्यात्मिक संगठन है। मिशन ने अपनी गतिविधियों के माध्यम से विशुद्ध रूप से सनातन संस्कृति को प्रस्तुत किया है। धर्म की गंगा मिशन के इस गोमुख से बही। मिशन ने श्रद्धा संवर्धन के साथ-साथ अध्यात्म में विज्ञान का भी समावेश किया गया है। हमारे यहाँ अन्ध-विश्वास के लिए कोई स्थान नहीं है। हमने बुद्धि और तर्क का संगम किया है। यह मिशन साधना और सेवा वाला मिशन है। भक्ति से करुणा, करुणा से सेवा और सेवा से तपस्या यह क्रम एक आध्यात्मिक कार्यकर्ता का होता है, जिसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को कमर कसना है। उन्होंने हनुमान को भक्ति एवं सेवा का अदभुत उदाहरण कहा। बताया कि तभी हनुमान प्रभु श्रीराम की तरह वन्दनीय बन गए।

उपस्थित कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रों में मिशन को सुदृढ़ बनाने, गतिविधियों को तेज़ करने, नए युवा कार्यकर्ता बनाने और मिशन मुख्यालय आनन्दधाम से प्रभावी समन्वयन बनाने के संकल्प लिए।

सभा का मंचीय समन्वयन एवं संचालन विश्व जागृति मिशन के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने किया। मिशन के सचिव श्री राजेश गम्भीर ने बताया कि रविवार को द्वितीय एवं अन्तिम सत्र सम्पन्न होगा, जो पूर्वाहनकाल १० बजे आरम्भ होगा।

Leave a Reply