विश्व जगृति मिशन मुख्यालय पर मेघों के साथ बरसी गुरुतत्व की अनुपम कृपा
मिशन प्रमुख सुधांशु जी महाराज ने किया निज-जीवन को उत्कृष्टता से सराबोर करने का आह्वान
श्रेष्ठ चिन्तन को अपनाकर अपने कृतित्व और व्यक्तित्व को ऊँचा बनायें
चार पुस्तकों का हुआ विमोचन
तीन दिनों तक चलेगी गुरुमन्त्र सिद्धि साधना
नयी दिल्ली, 27 जुलाई। गुरु-शिष्य के बीच श्रद्धा-अनुदान के वार्षिक महापर्व ‘गुरुपूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर आज विश्व जागृति मिशन के मुख्यालय आनन्दधाम में अनूठी लोकश्रद्धा उमड़ पड़ी। गुरुधाम में मेघों के साथ-साथ गुरु-तत्व-कृपा की अद्भुत बरसात हुई। मिशन के संस्थापक-संरक्षक श्रद्धेय आचार्य सुधांशु जी महाराज के महोत्सव स्थल पर पहुँचने पर दिल्ली होमगार्ड विभाग के जवानों ने बैण्ड-धुन के साथ उनका भव्य अभिनंदन किया। देश के अनेक प्रान्तों से आए गुरुभक्तों की करतल ध्वनि के बीच महर्षि वेदव्यास गुरुकुल विद्यापीठ के ऋषिकुमारों एवं विद्वान आचार्यों के वेद मंत्रोच्चार एवं शंखध्वनि के साथ पर्व स्थल का वातावरण अपूर्व दिव्यता से ओतप्रोत हो उठा।
यद्यपि आज के दिन आनंदधाम में लोगों की आगत को कम करने के लिए भारत के प्रमुख एक दर्जन स्थानों पर गुरुपूर्णिमा की पूर्व वेला में गुरुपर्व समारोह सम्पन्न किए जा चुके थे, तथापि आनन्दधाम में कई हज़ार श्रद्धालु-शिष्य बरसात के मौसम में भी पहुँचे। सबने सर्वप्रथम पंक्तिबद्ध होकर गुरुदर्शन किया, यह पंक्तियाँ घण्टों तक चलती रहीं।मुख्यालय सहित देश भर के विभिन्न मंडलों के प्रमुख प्रतिनिधियों ने गुरु-पाद-पूजन में भाग लिया।आरती के समय भक्ति भाव के प्रवाह का दृश्य नयनों में सुरक्षित कर लेने वाला था। पंजाब की प्रख्यात गायिका ज्योति कुमारी के भजनों ने जहाँ अद्भुत समाँ बांधा, वहीं आनंदधाम के गायकों व महर्षि वेदव्यास गुरुकुल विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने कई भजन प्रस्तुत किए।सभी कार्यक्रमों का लाभ नर, नारियों, युवाआें एवं बालक-बालिकाओं ने उठाया। इस अवसर पर गुरु आराधना, जीवन में आनन्द, मेरे सदगुरु-मेरे कृष्ण एवं जीवन नवनीत नामक चार पुस्तकों का विमोचन भी गुरु महाराज ने किया।
इस अवसर पर आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने साधक-शिष्यों को गुरुपूर्णिमा पर्व का सन्देश देते हुये कहा कि गुरुपूर्णिमा महापर्व गुरु-शिष्य सम्बन्धों को पूर्णता के लक्ष्य की ओर अग्रसर कर देने का महान दिवस है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इस वर्ष से गुरुमन्त्र सिद्धि साधना शिविर का आयोजन साथ-साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में चिन्तन का बड़ा महत्व है।कहा- जैसा आप सोचोगे, वैसा ही करोगे और वैसे ही बन जाओगे। चित्त की स्लेट पर आप जो चाहें लिख सकते हैं। आप उस पर वही लिखिए, जैसा आप बनना चाहते हैं। ध्यान रहे, यह लिखावट आपके चिन्तन, आपकी सोच से बना करती है। हर समझदार व्यक्ति इसका सदैव ध्यान रखता है। उन्होंने सभी से श्रेष्ठ चिन्तन को अपनाकर अपने कृतित्व और व्यक्तित्व को ऊँचा बनाने को कहा। श्रद्धेय महाराजश्री ने भाव तरंगों व ध्वनि तरंगों का ज्ञान-विज्ञान भी उपस्थित जनसमुदाय को समझाया।
श्री सुधांशु जी महाराज ने जीवन की सम्भावनाओं को वास्तविकता में परिणत करने के लिए श्रद्धा और विश्वास को सबसे सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने ईश्वर को कालातीत बताते हुए ॐकार को उसको पाने का मुख्य स्रोत कहा। आज के समस्त गुरुपर्व कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण राष्ट्रीय टीवी चैनल ‘दिशा’ ने किया।
इस मौक़े पर ध्यानगुरु डॉक्टर अर्चिका दीदी ने अपनी भावाभिव्यक्ति करते हुए गुरु-माहात्म्य पर सुन्दर सा प्रवचन दिया। कहा कि ध्यान के माध्यम से गुरुतत्व के परम-तत्व को पाया जा सकता है। सच्चे प्रेम और समर्पण के बल पर गुरुसत्ता के ज़रिए परमात्मा के ढेरों अनुदान-वरदान प्राप्त करने का उनने सभी भक्तजनों का आहवान किया। इसके पहले भोपाल से पधारे राष्ट्रीय कवि श्री अशोक भाटी ने ‘बेटी’ विषय पर बेहद प्रभावशाली नवरचित कविता सुनाई और उसे डॉक्टर अर्चिका दीदी के माध्यम से देश की सभी बेटियों को समर्पित किया।
विश्व जागृति मिशन के महामन्त्री श्री देवराज कटारिया ने बताया कि 21 से 24 अक्टूबर की तिथियों में श्री गणेश लक्ष्मी महायज्ञ का आयोजन आनन्दधाम में किया गया है। साथ ही ऋषिकेश स्थित परमार्थ गंगा तट पर 21 से 25 नवम्बर तक विशेष ध्यान साधना शिविर सम्पन्न होगा, जिनके लिए पंजीयन किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 04 अगस्त को श्री शक्ति पर्व का आयोजन भी गुरुधाम-आनन्दधाम में किया गया है।
गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में ऑनलाइन प्रसारण करने का हमे घर बैठे दर्शन का अवसर देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद गुरूदेव…..….आपके चरणकमलों मे कोटि-कोटि प्रणाम गुुरूूूदेव जी.
गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में ऑनलाइन प्रसारण करने का हमे घर बैठे दर्शशन का अवसर देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद गुरूदेव…..़….आपके चरणकमलों मे कोटि-कोटि प्रणाम गुुरूूूदेव जी
गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में ऑनलाइन प्रसारण करने के बहुत-बहुत धन्यवाद गुरूदेव…..़….आपके चरणकमलों मे कोटि-कोटि प्रणाम गुुरूूूदेव जी
“Gurupournima “ke pawan parvaper upsthit gurubandhuoan ko jo anand mila bahi anand hamne bahi mahsus kiya. Guru Charano me shat shat Naman. !!!!!!!!!!!!!!HARI OM!!!!!!!!!!!!