गुरुसत्ता अपने शिष्य को सृजन, विश्वास व आनन्द की त्रिधारा से जोड़ती है – श्री सुधांशु जी महाराज
पटियाला, 14 जुलाई। गुरु धरती पर परमात्मा के स्थूल प्रतिनिधि हैं। वह पृथ्वी पर मानव काया में जन्मे व्यक्तियों को जीवन की दिशाधारा देते हैं। गुरुसत्ता सृजन, विकास और आनन्द की त्रिधारा से व्यक्ति को जोड़ देती है, जिससे उसके जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन आ जाता है। फलतः वह न केवल अपने सभी हित साधने में सफल होता है बल्कि अन्य अनेकों का कल्याण करने में सक्षम होते हैं।
यह बात आज सायंकाल पंजाब के प्रमुख महानगर पटियाला के फ़ोर्ट परिसर स्थित मुख्य सभागार में प्रख्यात चिन्तक-विचारक आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने कही। वह विश्व जागृति मिशन के गुरुपूर्णिमा से जुड़े विशेष महोत्सव की पूर्व सन्ध्या पर उपस्थित साधकों-शिष्यों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये तीनों धारायें ब्रह्मा, विष्णु और महेश की विशेष व सम्मिलित कृपा से संपुष्ट होती है। इन तीनों को प्राप्त करा सकने की सामर्थ्य गुरुसत्ता में विद्यमान होती है। इसीलिए वेदमन्त्र में गुरु: ब्रह्मा गुरु: विष्णु: गुरु: देवो महेश्वर: कहकर गुरु के महत्ता बतायी गयी है।
श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि दुर्दिनों के समय अपने समीप के स्वजन भी व्यक्ति का साथ छोड़ जाते हैं। ऐसे समय में सदगुरु का सहारा सबसे मज़बूत सहारा होता है। उन्होंने मानव जीवन को 84 लाख योनियों में सबसे बड़ी योनि बताते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन रोने, कल्पने और निराशा में झींकने के लिए नहीं है। यह तो उभय ‘योनि’ है जिसमें व्यक्ति बहुत ऊँची बुलंदियों पर जा सकता है और पतन के गहरे गर्त में भी गिर सकता है। गिरने से रोकने और निरन्तर ऊँचा उठाने का रास्ता गुरुदेव सुझाते हैं। उनका ध्यान हरपल समर्पित शिष्य की ओर रहता है, गुरुपूर्णिमा उस देने और पाने का सबसे ख़ास दिन है और वह वार्षिक महापर्व है।
मिशन प्रमुख सन्तश्री सुधांशु जी महाराज ने पंजाब की धरती को सच्चे और महान गुरुओं की पावन धरती बताया और कहा कि इस वीरभूमि ने राष्ट्र को, विश्व को महान सन्देश दिए हैं। उन्होंने महात्मा कबीर, गुरु नानक देव और आइंस्टीन के अनूठे कथा प्रसंग सुनाते हुए प्रेम और सहकार से इस समय के भारतवर्ष और इस संसार को एक सूत्र में बाँधने का आह्वान सभी से किया।
इसके पूर्व पंजाब सरकार के वरिष्ठ क़ाबीना मन्त्री श्री ब्रह्म महिन्द्रा उनकी पत्नी श्रीमती हरप्रीत महिन्द्रा एवं पटियाला के महापौर श्री संजीव कुमार शर्मा ‘बिट्टू’ सहित कई गण्यमान व्यक्तियों ने श्रद्धेय महाराजश्री का नागरिक अभिनंदन किया। इस मौक़े पर स्वास्थ्य मन्त्री श्री ब्रह्म महिन्द्रा ने कहा कि सन्त दर्शन जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य होता है। उनका मार्गदर्शन जीवन को बदल डालने में समर्थ होता है।
विश्व जागृति मिशन पटियाला मण्डल के प्रधान श्री अजय अलिपूरिया ने बताया कि कल रविवार को प्रातःकाल गुरु दर्शन और गुरुपादपूजन का विशेष कार्यक्रम फ़ोर्ट परिसर सम्पन्न होगा। सभा समन्वयन व संचालन मिशन के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने किया।