धन-समृद्धि एवं सुबुद्धि के लिए यजुर्वेद एवं श्रीगणेश लक्ष्मी महायज्ञ
मनुष्य के शरीर में जो महत्व उसकी रीढ़ की हड्डी का है यही महत्व हमारी संस्कृति में यज्ञ का है। वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखा रही है। कोविड-19 जैसी जानलेवा महामारी से पूरे विश्व में त्रहि-त्रहि मची है। एक मनुष्य दूसरे मनुष्य का शत्रु बनने को आतुर है। मानव मन एवं बुद्धि भ्रमित है। अशांति, व्याकुलता, मुसीबतें और परेशानियां मुंह फैलाकर मानवीय सुखों को ग्रसने के लिए मौका तलाश रही हैं, ऐसी विषम परिस्थिति में यज्ञ करना बहुत जरूरी है। यज्ञ से जहां वातावरण शुद्ध होने से रोग महामारियां दूर होती हैं वहीं यज्ञ हवियों से प्रसन्न होकर देवगण यज्ञकर्ता यजमान को धन, समृद्धि, सुख-ऐश्वर्य से समृद्ध बनाते हैं।
यजुर्वेद में यज्ञ अग्नि की परमेश्वर के रूप में प्रार्थना की गई है। वेद में अग्निदेव से प्रार्थना करते हुए कहा गया है कि हे अग्निदेव! आप हमें कल्याण के मार्ग पर ले चलो, हमेशा जागरूक होकर हमारी रक्षा करो।
अग्नि का पूजन कर यज्ञ करने वाले स्वर्ग के प्रतिनिधि होते हैं, वे स्वयं सुख-शांति, समृद्धि से युक्त जीवन जीते हैं तथा दूसरों के लिए भी सुखमय वातावण का निर्माण करते हैं। जब कोई इंसान अपनी कमाई को पुण्यकार्यों में लगाता है यज्ञकर्ता यजमान बनता है, उसका धन यज्ञीय कार्यों में लगता है तो उसका जीवन हमेशा कल्याण के पथ पर बढ़ता चला जाता है।
यज्ञ में जहां धन-समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी का पूजन आवाहन करना चाहिए वहीं लक्ष्मी माता के साथ बुद्धि बल प्रदाता भगवान गणपति जी का श्रद्धापूर्वक अर्चन करना चाहिए। ऐसा करने से धन-समृद्धि के साथ सुबुद्धि भी आती है। क्योंकि केवल धन मिल जाये और बुद्धि न मिले तो व्यक्ति का धन का दुरुपयोग करता है। जब धन के साथ बुद्धि भी आ जाती है तो वह धन धन्य हो जाता है।
अतः शुभ-लाभ अर्जन के लिये, सुख समृद्धि की वृद्धि के लिए अपने परिवार के स्वस्थ्य सुखमय जीवन के लिये, बच्चों की उत्तम शिक्षा व उज्जवल भविष्य के लिए यज्ञ में यजमान जरूर बनें।
कोरोना के इस विषम काल में पूज्य सद्गुरु श्री सुधांशु जी महाराज घर बैठे महायज्ञ में ऑनलाइन यजमान बनकर यज्ञ का पुण्यफल प्राप्त करने का सुअवसर दे रहे हैं। आप आनन्दधाम आश्रम दिल्ली में 26 अक्टूबर से 5 नवम्बर, 2020 तक आयोजित 108 कुण्डीय यजुर्वेद एवं श्रीगणेश लक्ष्मी महायज्ञ में ऑनलाइन यजमान बनकर पुण्य प्राप्त करें।
सम्पर्क करें:- +91 8826891955, 7291986653, 9599695505, 9312284390, 9560792792
Online Booking:- https://www.vishwajagritimission.org/shri-ganesh-lakshmi…/