पानीपत में अमृत गौशाला का हुआ लोकार्पण
सन्त श्री सुधांशु जी महाराज ने विश्व जागृति मिशन की सातवीं बड़ी गौशाला देश को सौंपी
निरन्तर प्रयास से मानव ईश्वरीय प्राणों से भर उठता है -डॉ. अर्चिका दीदी
सोमनाथ धाम आश्रम, निम्बरी, पानीपत। हरियाणा की एेतिहासिक नगरी पानीपत के ग्रामीण अंचल में स्थित सोमनाथ धाम आश्रम में आज एक समृद्ध गौशाला का लोकार्पण किया गया। विश्व जागृति मिशन की सातवीं बड़ी गौशाला का उद्घाटन करते हुये संस्था प्रमुख सदगुरु श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा कि श्रीकृष्ण युग में 16 करोड़ जनता के साथ क़रीब एक अरब गाएँ भारत में रहती थीं। यानी हर देशवासी के हिस्से 6 गाएँ आती थीं। उन दिनों 1.00 लाख गोवंश के स्वामी को ‘नन्द’ और 10 लाख गायें रखने वाले व्यक्ति को ‘महानन्द’ कहा जाता था। कालान्तर में इस देश में गायों की उपेक्षा की गयी और उनका वध शुरू हुआ, तो यह राष्ट्र लम्बे समय तक पराधीन और परेशान रहा। उन्होंने कहा कि सदा-सदा के लिए एक मज़बूत भारत के निर्माण एवं विकास के लिए गोवध को रोकना ज़रूरी होगा। इसका एकमात्र उपाय है कि गोवंश की आर्थिकी को समझकर गोसेवा की व्यवस्था की जाए तथा यहाँ भारतीय गोवंश को बढ़ाया जाए। इससे यह देश हर तरह से सम्पन्न और समृद्ध होगा।
आचार्य सुधांशु जी महाराज ने गाय और भैंस का व्यावहारिक अन्तर सबको समझाया और कहा कि गोदुग्ध बुद्धि को तीव्र करता है। गाय के खुरों के नीचे की भूमि तीर्थ के समान पवित्र हो जाती है। देशी नस्ल की गायों की सेवा करने से व्यक्ति के भाग्य की लकीरें मिट जाती हैं और जीवन में सौभाग्य जाग जाता है। उन्होंने लोगों से यहाँ आकर गोसेवा व गौ-परिक्रमा करने की प्रेरणा सबको दी और कहा कि इससे अनेक तरह की बीमारियाँ दूर होंगी।
इस अवसर पर ध्यान गुरु डॉ. अर्चिका दीदी ने कहा कि ‘प्रयास और प्राण’ के बीच बड़ा गहरा सम्बन्ध है। सत्कर्म करते हुये हमारे सत्प्रयास हमारे जीवन में प्राणों का संवर्धन कर देते हैं। गौसेवा, गोसंरक्षण और गोसंवर्धन का हरियाणा के पानीपत से शुरू हुआ यह प्रयास इस प्रदेश में प्राणों को भारी मात्रा में निःसन्देह घोलेगा और गोसम्पदा व कृषि से विशेष रूप से जुड़ा हमारा हरियाणा प्रान्त एवं अपना प्यारा भारतवर्ष सुख-समृद्धि से भरा-पूरा हो, यह विश्वास किया जाना चाहिए। योग ग्रन्थ ‘ए योगिक लिविंग’ की लेखक डॉ. अर्चिका दीदी ने ध्यान-योग के सूत्रों से बड़े सहज रूप में उपस्थित जनसमुदाय को जोड़ा। उनकी प्रेरक बातों को सुनकर जनमानस उत्साह से ओत-प्रोत हो उठा।
गोशाला लोकार्पण कार्यक्रम में पहुँचे पानीपत (ग्रामीण) विधायक श्री महिपाल ढॉंडा एवं पानीपत (शहरी) विधायक श्रीमती रोहिता रेवणी ने रु. 11-11 लाख की निधि गौशाला विकास के लिए देने की घोषणा की। कार्यक्रम में पानीपत सहित हरियाणा के विभिन्न अंचलों के लोग भारी संख्या में मौजूद रहे। श्री सुधांशु जी महाराज ने सोमनाथ धाम आश्रम में रुद्राक्ष के 108 पेड़ों के रोपण तथा कल्पवृक्ष वाटिका बनाने को कहा। उन्होंने यहाँ पीपल के पेड़ के नीचे गायत्री महामन्त्र का जप करने की प्रेरणा दी और सबसे साप्ताहिक यज्ञ में भाग लेने का आहवान किया। केएल चुग, सुनीता सतीजा एवं निधि चावला के संगीत-भजनों ने वातावरण को ख़ासा सुरम्य बनाया, सीएल तंवर एवं राहुल आनन्द ने वाद्ययन्त्रों पर उनका साथ दिया।
सभा मंच का समस्त समन्वयन व संचालन विश्व जागृति मिशन के निदेशक श्री राम महेश मिश्र ने किया। पानीपत मण्डल के मिशन प्रधान डॉ. जगजीत आहूजा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। मिशन प्रमुख श्री सुधांशु जी महाराज के नागरिक अभिनंदन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।